गर्मी आते ही पेट से जुड़ी परेशानियां बढ़ने लगती हैं। पेट दर्द, पाचन क्रिया का कमजोर होना, डायरिया और लूज मोशन जैसी दिक्कत सामने आती हैं। इस मौसम में हम जो भी खाते हैं, उसे पचाने में एक्सट्रा एफर्ट्स करने पड़ते हैं। ऐसे में जरूरी हो जाता है कि हम पेट को ठंडा रखने वाले फूड का चुनाव करें, ताकि इम्युनिटी सिस्टम को मजबूत करने, मौसमी बीमारियों और लू से बच सकें।
गर्मी में खाना देर से पचता है, तो वहीं हीट बढ़ने से पेट में दर्द की समस्या भी बढ़ती है। इस परेशानी से निपटने के लिए जरूरी है कि ठंडक देने वाले फल खाए जाएं।
न्यूट्रिशनिस्ट का कहना है कि इस मौसम में ज्यादातर लोगों को पेट में गर्मी की समस्या होती है। जी मिचलाना, उल्टी, सिर दर्द और अपच की समस्या इसके प्रमुख लक्षण हैं। ऐसे में आपको अपने शरीर को ठंडा रखना बहुत जरूरी है।
सब्जा का शरबत गर्मियों में पेट को बहुत आराम दिलाता है।
फालूदा में अक्सर सब्जा का इस्तेमाल होता है। इनकी प्रकृति ठंडक देने वाली होती है और पेट को भी ठंडा रखते हैं। सब्जा को नींबू पानी और छाछ में भी इस्तेमाल किया जाता है। सब्जा के बीज ओमेगा-3 फैटी एसिड, पोटैशियम, मैंग्नीशियम, विटामिन सी और कैल्शियम से भरपूर होते हैं।
‘खीरे में कुरकबिटेसिन इंग्रिडिएंट होता है जो पाचन खराब कर सकता है।’
खीरा, ककड़ी, तरबूज और खरबूज यह सभी गर्मियों के फल हैं। इनमें पानी की मात्रा अच्छी पाई जाती है। खीरा किडनी से जुड़ी परेशानियों को भी कम करता है। तो वहीं, तरबूज ब्लड सर्कुलेशन को मेंटेन रखता है।
कोशिश करें कि तरबूज को दोपहर में खाएं। शाम में तरबूज खाने से डाइजेशन में परेशानी हो सकती है। इसमें पानी की मात्रा अधिक होने की वजह से रात को बार-बार पेशाब जाने से नींद खराब हो सकती है।
खट्टे फल विटामिन सी से भरपूर होते हैं जो इम्युनिटी को बूस्ट करते हैं।
संतरा, किन्नू में भी 85 से 88 प्रतिशत पानी होता है। यह फाइबर से भरपूर होते हैं जो डाइजेशन में भी मदद करते हैं। इन खट्टे फलों में पाया जाने वाला विटामिन सी इम्युनिटी को बूस्ट करने में मदद करता है और स्किन का ग्लो बढ़ाता है।
टमाटर
टमाटर में 94 प्रतिशत पानी होता है। इसमें लिकोपेन नाम से कंपाउंड पाया जाता है। इस कंपाउंड की वजह से यह दिल के लिए बहुत अच्छा माना जाता है। टमाटर में पाया जाने वाला कैरोटेनोइड्स कंपाउंड आंखों की सेहत ठीक रखता है।
दही और छाछ
सोडा, कोल्ड ड्रिंक्स, चाय या कॉफी की जगह आप छाछ/लस्सी लें। यह पेट को ठंडा रखते हैं। दही हो या छाछ डिहाइड्रेशन को दूर करते हैं और इनमें पाया जाने वाला कैल्शियम हड्डी और हार्ट के लिए बेहतर माना जाता है। नारियल पानी में लॉरिक एसिड पाया जाता है, जो डाइजेशन को ठीक रखता है।फैंसी ड्रिंक्स देखकर ललचाएं नहीं बल्कि नारियल पानी पीकर सेहत बनाएं। फैंसी ड्रिंक्स में शुगर, आर्टिफिशियल फ्लेवर होते हैं जो सेहत के लिए नुकसानदायक होते हैं। नारियल पानी में सोडियम, पोटैशियम और मैंग्निशियम पाया जाता है, जो सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। नारियल पानी बॉडी को एनर्जी से भर देता है।