कमलेश यादव: नागरिकों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। आज हम बात कर रहे हैं छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले की, जहां पुलिस प्रशासन ने सामूहिक सहयोग से पूरे शहर को अत्याधुनिक कैमरों से लैस कर दिया है। इस पहल से निश्चित रूप से अपराध रोकने, यातायात प्रबंधन और संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने में मदद मिलेगी। कैमरे आपातकालीन स्थितियों में त्वरित प्रतिक्रिया के लिए सहायक होते हैं और साक्ष्य जुटाने में भी उपयोगी होते हैं। राजनांदगांव के पुलिस अधीक्षक श्री मोहित गर्ग द्वारा क्रियान्वित त्रिनेत्रम योजना अपराध नियंत्रण में एक क्रांतिकारी कदम साबित हो रही है।
त्रिनेत्रम योजना की सबसे खास बात यह है कि इसे जनता के सहयोग से सफल बनाया गया है। इस पहल से न केवल पुलिस की कार्यकुशलता बढ़ी है, बल्कि अपराधियों में भी भय पैदा हुआ है। इस पहल के अंतर्गत पुलिस और जनता के बीच बेहतर संवाद और विश्वास का भी निर्माण हुआ है। जिससे नागरिकों में सुरक्षा की भावना बढ़ी है।
पुलिस अधीक्षक श्री मोहित गर्ग के इस अभिनव प्रयास ने यह साबित कर दिया है कि तकनीकी साधनों और सामुदायिक सहभागिता से अपराध पर प्रभावी नियंत्रण संभव है। त्रिनेत्रम योजना आने वाले समय में राजनांदगांव को और भी अधिक सुरक्षित और शांतिपूर्ण शहर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।