केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सड़क दुर्घटनाओं और उसके कारण होने वाली मौतों की बढ़ती संख्या की ओर ध्यान आकर्षित किया. साथ ही देश में सड़कों के निर्माण में सेफ्टी को सर्वोच्च प्राथमिकता देने पर जोर दिया है. रायपुर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में इंडियन रोड कांग्रेस के 83वें वार्षिक सत्र को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अगर भविष्य में सड़क इंजीनियरिंग की गलती के कारण किसी की मौत होती है, तो वह इसके लिए खुद को दोषी मानेंगे.
इस दौरान उन्होंने अच्छी सड़कों को लेकर चार सूत्र बताए। नितिन गडकरी ने कहा कि दुर्घटना में होने वाली मौतों को कम करने के लिए सड़क सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की जरुरत है। उन्होंने सड़क निर्माण करने वाली एजेंसियों से ऐसी सड़क बनाने का आग्रह किया, जिससे दोषपूर्ण इंजीनियरिंग कार्यों के कारण कोई दुर्घटना न हो। गडकरी ने कहा, ‘‘प्रति वर्ष सड़क दुर्घटनाओं के कारण 1.50 लाख मौतें होती हैं जो अब बढ़कर 1.68 लाख हो गई हैं। सड़क इंजीनियरिंग और ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग में कमियों को सुधारने के प्रयास जारी हैं, लेकिन दोषपूर्ण डीपीआर ने बड़ी समस्या खड़ी कर दी है।
कम खर्च में अच्छी क्वालिटी
नितिन गडकरी ने कहा कि कम खर्च में अच्छी क्वालिटी का निर्माण होना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें ऐसी गाइडलाइन तैयार करनी होगी जिसमें कम खर्च में अच्छी क्वालिटी की सड़कों का निर्माण हो सके। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हमें रोजगार उपलब्ध कराने वाले कार्य भी करने होंगे। इसके लिए उन्होंने कहा कि टीम भावना जरूरी है।
ऐसी व्यवस्था हो की पेड़ नहीं कटें
सड़क का निर्माण करते समय इस बात का ध्यान रखें की पेड़ को काटने की आवश्यता नहीं पड़े। जहां पेड़ काटने की स्थिति बने वहां उनका ट्रांसप्लांट होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अभी तक हमने साढे़ तीन करोड़ पेड़ ट्रांसप्लांट किए हैं। इसके साथ ही उन्होंने नए पेड़ लगाने की भी अपील की।
टेंडर के लिए अच्छे वेंचर का चुनाव
नितिन गड़करी ने बताया कि सड़क निर्माण में टेंडर सिस्टम में भी सुधार की जरूरत है। टेंडर में ऐसे-ऐसे वेंचर आ जाते हैं जिनका विदेश की कंपनी से साथ ज्वाइंट वेंचर रहता है लेकिन बाद में पता चलता है कि यह टेंडर के पात्र ही नहीं थे। ऐसे में उनका टर्म ओवर, बैंक गारंटी लेनी चाहिए जिससे की अच्छे वेंचर को टेंडर मिल सके।