गोपी : अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव को अब कुछ ही दिन बाकी है। डोनाल्ड ट्रंप और कमला हैरिस दोनों ही जीत के लिए जी जान लगा रहे हैं। इस बीच डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस ने अपने बचपन के पलों को याद किया है। एक लेख में उन्होंने बार-बार भारत जाने और कैंसर को ठीक करने के लिए अपनी मां की मुश्किल परिस्तिथियों को याद किया।
मां मुझे हमेशा भारत लेकर जाती थीः हैरिस
कमला हैरिस ने कहा कि जैसे-जैसे हम बड़े होते गए, मेरी मां बहन और मुझे हमारी विरासत का सम्मान करना सिखाती थी। उन्होंने कहा कि लगभग हर दूसरे साल, हम दीवाली के लिए भारत जाते थे। हम अपने दादा-दादी, अपने चाचा और दूसरे लोगों के साथ समय बिताते थे। हैरिस ने एक ऑनलाइन चैनल द जैगरनॉट को लिखे पत्र में ये बातें कही।
उपराष्ट्रपति ने आगे कहा कि मेरे घर पर दीवाली समारोह की मेजबानी करना मेरे लिए सम्मान की बात रही है। उन्होंने कहा कि न केवल छुट्टी मनाने के लिए, बल्कि दक्षिण एशियाई अमेरिकी प्रवासियों के समृद्ध इतिहास, संस्कृति और विरासत का जश्न मनाने के लिए ये दिन काफी भावुक था।बता दें कि हैरिस ने अपने आवास पर इस बार दीवाली मिलन समारोह आयोजित किया था।
दादा से लोकतंत्र के महत्व को जाना
हैरिस ने आगे बताया कि मेरे दादा सुबह की दिनचर्या में अपने सेवानिवृत्त दोस्तों के साथ समुद्र तट पर लंबी सैर करते थे। उन्होंने कहा कि मैं भी उनके साथ जाती थी और लोकतंत्र और नागरिक अधिकारों के लिए लड़ने के महत्व के बारे में कहानियां सुनती थी।
दादा के कारण मैं जनसेवा में उतरी
कमला हैरिस ने आगे कहा कि मुझे याद है कि मेरे दादाजी ने मुझे न केवल लोकतंत्र का मतलब बल्कि लोकतंत्र को बनाए रखने के बारे में सबक सिखाया। उन सबकों ने सबसे पहले मुझे लोगों की सेवा करने में मेरी रुचि को प्रेरित किया और वे आज भी मेरा मार्गदर्शन करते हैं।