कमलेश यादव : दिन शुक्रवार समय दोपहर 12:00 बजे स्थान जिला राजनांदगांव में साइबर अपराध एवं नशा मुक्ति के विरुद्ध जन जागरूकता अभियान के अंतर्गत 165 स्कूल, कॉलेज एवं औद्योगिक संस्थानों में एक साथ 27143 लोगों को जागरूक किया गया। इस सामूहिक प्रयास का मुख्य उद्देश्य समाज में स्थायी परिवर्तन लाना है। राजनांदगांव पुलिस की दूरदर्शी सोच और सामाजिक बदलाव की मुहिम ऑपरेशन नवा बिहान को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है। यह ऐतिहासिक उपलब्धि निश्चित रूप से बदलाव की नई कहानी लिखेगी। इस अभियान का नेतृत्व राजनांदगांव एसपी मोहित गर्ग ने किया, जो अपनी सूझबूझ और जनता से जुड़ने की क्षमता के लिए जाने जाते हैं।
क्या है नवा बिहान
मोबाइल क्रांति के इस युग में बढ़ते साइबर अपराध और नशे की लत के खिलाफ छत्तीसगढ़ राज्य के सभी जिलों में साइबर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इन समस्याओं से केवल कानूनी कदमों से नहीं, बल्कि जागरूकता और शिक्षा के माध्यम से ही प्रभावी ढंग से निपटा जा सकता है। इस अभियान का उद्देश्य विशेष रूप से नवोदित युवा पीढ़ी को जागरूक करना है , क्योंकि वे इन खतरों का सबसे बड़े शिकार होते हैं। इसी परिप्रेक्ष्य में पुलिस अधीक्षक राजनांदगांव श्री मोहित गर्ग के नेतृत्व में राजनांदगांव पुलिस द्वारा नवा बिहान के तहत साइबर और नशे की लत के खिलाफ जन जागरूकता अभियान पखवाड़ा दिनांक 05.10.2024 से 19.10.2024 तक चलाया जा रहा है।
जागरूकता अभियान में पुलिस महानिरीक्षक श्री दीपक कुमार झा, कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक राजनांदगांव श्री मोहित गर्ग, जिला पंचायत सीईओ सुश्री सुरुचि सिंह, संयुक्त कलेक्टर श्री सीतल बंसल, संयुक्त कलेक्टर श्री खेम लाल वर्मा, एएसपी ऑप्स श्री मुकेश ठाकुर, एएसपी श्री राहुल देव शर्मा, एडीएम श्रीमती इंदिरा, एडीएम श्री मारकण्डेय, नपुअ श्री पुष्पेन्द्र नायक, एसडीओपी श्री आशीष कुंजाम, एसडीओपी श्री दिलीप कुमार सिसोदिया, डीएसपी श्रीमती तनुप्रिया ठाकुर, डीएसपी श्री अजीत ओगरे सहित पुलिस एवं जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया और स्कूल/कॉलेज/औद्योगिक संस्थानों के लोगों को जागरूक किया।
गौरतलब है कि स्कूलों और कॉलेजों में छात्रों को फिशिंग, हैकिंग और साइबर बुलिंग जैसे साइबर अपराधों के प्रति आगाह किया गया। साथ ही नशामुक्त जीवन जीने के फायदे और इससे दूर रहने के उपायों सहित नशे के दुष्परिणामों पर गहन चर्चा की गई।
इस जन जागरूकता अभियान का सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह था कि इसे महज औपचारिकता नहीं माना गया बल्कि इसे एक सामाजिक आंदोलन के रूप में प्रस्तुत किया गया। जागरूकता सत्रों में नशे की लत से बाहर निकलकर नई जिंदगी शुरू करने वाले लोगों की कहानियां भी साझा की गईं। इसका छात्रों और अभिभावकों पर गहरा असर हुआ और उन्होंने इस अभियान के संदेश को आत्मसात करना शुरू कर दिया।
इस ऐतिहासिक अभियान के परिणामस्वरूप राजनांदगांव पुलिस ने न केवल एक नया कीर्तिमान स्थापित किया, बल्कि यह भी साबित कर दिया कि जब पुलिस और समाज मिलकर काम करते हैं, तो किसी भी चुनौती का सफलतापूर्वक समाधान किया जा सकता है। “ऑपरेशन नवा बिहान” वास्तव में समाज में एक नई सुबह की शुरुआत है, जो सुरक्षा, जागरूकता और सामाजिक सुधार का संदेश दे रहा है।