राजनांदगांव:-गाड़ी बुला रही है, सीटी बजा रही है, चलना ही ज़िंदगी है,चलती ही जा रही है, गाने का यह बोल हमे हमेशा आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है।ट्रेन में हजारों की संख्या में लोग सफर करते है।स्टेशन से चढ़ना उतरना रोजाना सफर के दौरान होता है।कभी आपने कुछ समय स्टेशन के आस-पास देखा है। छत्तीसगढ़ के मानचित्र में छोटा सा शहर राजनांदगांव उतनी ही खूबसूरत है यहां का रेलवे स्टेशन।हाल ही में देश भर के 720 रेलवे स्टेशनों के स्वच्छता सर्वेक्षण में 13 वें स्थान पर पहुंचा है।निश्चित ही राजनांदगांव के लिए यह बड़ी उपलब्धि है।
सौंदर्यीकरण
स्टेशन प्रबंधक एम.पी.अख्तर के मार्गदर्शन में स्टेशन परिसर के नजदीक, प्लांटेशन में विशेष ध्यान दिया गया है।3 छोटे-छोटे गार्डन भी बनाया गया है जिसमे गुलाब और अन्य खूबसूरत पौधे लगाए गए है,जिसे देखकर यात्रियों की थकान स्वतः ही मिट जाती है।इसमे आर्गेनिक खाद का इस्तेमाल किया गया है।
यात्रियों की ठहरने की व्यवस्था
स्टेशन परिसर में ही यात्रियों के लिए रुकने की व्यवस्था है, जिसे ऑनलाइन या काउंटर से बुक किया जा सकता है।retiring rooms 24 घण्टे के लिए 600 रुपये और dormitory 24 घण्टे के लिए 450रुपये में उपलब्ध है।जिसका लाभ दूर-दराज से आये यात्रीगण ले सकते है।
फ़ास्टफूड यूनिट
प्लेटफॉर्म नम्बर 1 में एक सफ्ताह के भीतर एक फ़ास्ट फूड यूनिट IRCTC द्वारा संचालित की जाएगी।जहा उच्च गुणवत्ता के खादय सामग्रियां यात्रियों को उपलब्ध हो सकेगी।
महत्वपूर्ण ट्रेनों का स्टापेज
यात्रियों की संख्या के दृष्टिकोण से यहा बिलासपुर-हाफ़ा,
हटिया-कुर्ला,अंत्योदय ट्रेनों का स्टॉपेज दिया जाना बहुत आवश्यक है।जिससे यात्रियों को और अधिक सुविधा मिल पाएगी।
निर्माणाधीन कार्य
मालगोदाम जहा प्लेटफार्म नम्बर1 प्रस्तावित है अभी तक दूसरी जगह शिफ्ट नही हुआ है।शहरवासियों को यह प्लेटफार्म बन जाने से काफी सुविधा होगी क्योंकि शहर के मुख्य कनेक्टिविटी से जुड़ जाएगा।बुकिंग ऑफिस के पास एक लिफ्ट प्रस्तावित है जिसका निर्माण भी यथाशीघ्र होनी चाहिए।
महात्मा गांधी ने कहा था ,स्वच्छता को अपने आचरण में इस तरह अपना लो कि वह आपकी आदत बन जाए।इसी तर्ज पर रेलवे स्टेशन की पूरी टीम का कार्य सराहनीय है।सभी अपने दायित्वों और जिम्मेदारियों का निर्वहन करते है।शहर के वरिष्ठ नागरिकों का भी सुझाव और सहयोग हमेशा से ही मिलता रहा है।