कमलेश यादव: देश बदल रहा है, अब युवा कृषि उद्यम की राह अपनाकर तरक्की की नई कहानी लिख रहे हैं। कुछ ऐसा ही कर दिखाया है छत्तीसगढ़ के खैरागढ़ छुईखदान गंडई जिले के युवा किसान तेजस जंघेल ने, जिन्होंने न सिर्फ खुद केले की खेती (Banana Farming) कर इसे व्यवसाय बनाया बल्कि कई किसानों को जोड़कर अपने गांव खपरी दरबार को केला हब भी बना दिया है. पारंपरिक खेती से हटकर उन्होंने 4 एकड़ में केले की व्यावसायिक खेती शुरू की। उनकी मेहनत रंग लाई और अब वे इस खेती से लाखों रुपए का मुनाफा कमा रहे हैं।
लॉकडाउन में केले की खेती का मिला आइडिया
कहा जाता है कि अगर आपदा आती है तो नए अवसर के रास्ते भी खुल जाते हैं. इसके लिए बस आपमें हिम्मत और मंजिल पाने की ललक होनी चाहिए. कोरोना काल में पूरी दुनिया थम सी गई थी, लेकिन तेजस जंघेल ने इस समय का पूरा उपयोग केले की खेती पर रिसर्च करने में किया, जिसका नतीजा है कि दूर-दूर से लोग उनकी सफल खेती देखने आते हैं।
युवा किसान तेजस जंघेल ने बताया कि उन्होंने पहले केले के पौधों की उन्नत किस्म के बीज खरीदे और फिर सही विधि से उनकी रोपाई की। उन्होंने मिट्टी की जांच कराई और उसमें आवश्यक पोषक तत्वों की कमी को दूर किया। पौधों की सिंचाई के लिए उन्होंने ड्रिप सिंचाई प्रणाली का इस्तेमाल किया, जिससे पानी की बचत हुई और पौधों को सही मात्रा में पानी मिला।10 जून 2021 को 4 एकड़ में पौधरोपण किया गया जिससे लगभग 10 लाख रुपए का मुनाफा हुआ।
प्रेरणा
सत्यदर्शन लाइव को उन्होंने बताया कि, खपरी दरबार में ज़्यादातर लोग किसान हैं और यहाँ की आबादी करीब 1000 है। मेरे पिता श्री मोहन जंघेल भी खेती में बहुत मेहनत करते हैं। जब भी मैं उन्हें काम करते देखता हूँ तो मुझे अंदर से प्रेरणा मिलती है कि मैं खेती में ऐसा क्या करूँ जिससे ज़्यादा मुनाफ़ा हो। अपने पिता से प्रेरित होकर मैंने इंटरनेट के साथ-साथ इस क्षेत्र में सफल किसानों से भी सुझाव लिए। आज मैं इस खेती से बहुत खुश हूँ।
उद्देश्य
तेजस जंघेल कहते हैं कि एक लक्ष्य प्राप्त करना ही सब कुछ नहीं है। मैं भविष्य में कृषि में कुछ नया करना चाहता हूँ, इसीलिए मैं दिन-रात मेहनत कर रहा हूँ और खेती की बारीकियों का अध्ययन कर रहा हूँ। मेरा मुख्य लक्ष्य आधुनिक खेती के माध्यम से कृषि को लाभप्रद व्यवसाय में बदलना है।
हमने सोशल मीडिया पर उन लोगों का एक ग्रुप बनाया है जो हमारे आस-पास खेती कर रहे हैं या खेती में रुचि रखते हैं। इस ग्रुप में हम नए-नए किसानों को जोड़ रहे हैं। हम युवाओं को खेती के ज़रिए तरक्की की राह दिखाकर उनसे जुड़ रहे हैं। निश्चित तौर पर हम एक बहुत बड़े बदलाव की मुहिम पर चल रहे हैं और वो दिन दूर नहीं जब हमारे क्षेत्र के युवा ही रोज़गार देने वाले बनेंगे।
नवाचारी किसान तेजस जंघेल की इस सफलता ने गाँव के अन्य किसानों को भी प्रेरित किया। अब वे भी पारंपरिक खेती छोड़कर उन्नत खेती की ओर अग्रसर हो रहे हैं। तेजस जंघेल की मेहनत और नवाचार ने उन्हें गाँव का एक सफल और प्रेरणादायक किसान बना दिया है। तेजस का मानना है कि अगर सही जानकारी और मेहनत के साथ खेती की जाए, तो किसान भी अच्छी कमाई कर सकते हैं और अपने परिवार का भविष्य संवार सकते हैं।
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