कमलेश यादव:-हम क्या काम कर रहे है यह महत्वपूर्ण नही है लेकिन हमारे द्वारा किये हुए कार्यो से कितने लोगों की जिंदगी में सकारात्मक बदलाव आया यह महत्त्वपूर्ण है।आज की कहानी ऐसे शख्सियत की है जिन्होंने पूरे समाज को एक दर्पण दिखाया है पिछले 7 सालों में उन्होंने 49 हजार हेलमेट तकरीबन 22 राज्यो में निःशुल्क बांट चुके है।अब उन्हें दुनिया वाले हेलमेट मैन के नाम से जानते है।जी हां हेलमेट मैन राघवेंद्र कुमार जिनकी कहानी किसी प्रेरणा से कम नही है।यातायात प्रबंधन की सीख पूरे समाज के लिए उतना ही जरूरी है जितना कि दूसरी शिक्षा।पढ़े लिखे लोग पुलिस द्वारा चालान बचाने के लिए हेलमेट का उपयोग करते है लेकिन यह आपकी जिंदगी बचाने के लिए है।नजरिये को बदलने की जरूरत है।
राघवेंद्र जी सत्यदर्शन लाइव को बताते है कि आज भी मुझे वह दिन याद है साल 2014 को जब कालेज जीवन के अपने सबसे अच्छे दोस्त को एक सड़क हादसे में खो दिया।उसके जाने के बाद सब कुछ सुना सा हो गया।एक दर्द सी रह गई इसी दर्द को लेकर मैंने एक संकल्प लिया और आज हजारो लोगो को हेलमेट देकर प्रेरित किया है।सही मायने में यही मेरे दोस्त के लिए श्रद्धांजलि है।हेलमेट में मेरे दोस्त की मुस्कुराते हुए छवि मुझे हमेशा प्रोत्साहित करती है।मैं सभी से यही विनती करता हु एक हेलमेट के वजह से अजीज दोस्त को खोया हु वैसी आप भी गलती न करे।जब भी बाइक ड्राइव करे हेलमेट अनिवार्य लगाए।
शिक्षा के ऊपर कार्य
वे बताते है कि अभियान के शुरुआती दिनों में मैंने सोचा हमारे देश में बदलाव की वास्तविक सीढ़ी शिक्षा है सो अब हेलमेट देने के बदले उन पुरानी किताबो को मांगता हूं जिसे लोग बेकार समझ कर घर के किसी कोने में छोड़ देते है।इसी कड़ी में 7 लाख किताबें जरूरतमन्द लोगो को दे चुके है।यकीन मानिए दिल को बड़ी शुकुन मिलता है इन अच्छे कार्यो से।सच पूछो तो जिंदगी में हमे ऐसा कार्य करने चाहिए जिससे आपको संतुष्टि मिले।असली हीरो आप स्वयं है और व्यवस्था को बदलने के लिए खुद से शुरुआत करनी होगी।
केंद्रीय सड़क व परिवहन मंत्री नितिन गडकरी व सोनू सूद ने कार्यो को सराहा है
राघवेंद्र द्वारा जनहित में चलाए जा रहे इस अनूठी पहल को केंद्रीय सड़क व परिवहन मंत्री नितिन गडकरी भी ट्वीट कर सराह चुके है।हाल ही में अभिनेता सोनू सूद ने भी एक कार्यक्रम में हेलमेट मैन की किये हुए कार्यो की तारीफ की है।राघवेंद्र ने समाज के हरेक वर्ग को विभिन्न रचनात्मक तरीको से हेलमेट के लिए प्रेरित किया है उनका कहना है जब तक सामाजिक बदलाव नही आएगा तब तक वे चुप नही बैठेंगे।।
युवाओ को दिल से सन्देश
जो भी कार्य करे पूरे शिद्दत के साथ,हो सकता है तुरन्त आपके कार्यो की पूछ परख न हो फिर भी निरन्तरता से आपकी मंजिल बहुत ही नजदीक होगी।मैने महसूस किया है निःस्वार्थ भाव से काम करते जाएंगे आपका नाम होते चले जाएगा लेकिन यदि नाम के लिए काम करेंगे तो स्वयं से धोखा है आपके कार्यो में पवित्रता होनी चाहिए।भाग दौड़ भरी और सोशल मीडिया के जमाने मे लोग रातो रात हीरो बनना चाह रहे है किसी भी कार्यो को गहराई से जाने बगैर लेकिन हमेशा याद रखियेगा इमारत वही टिकेगा जिसका नींव मजबूत हो इसीलिए काम कोई सा भी हो पूरे मन से बेसिक चीजो को सीखते हुए करे।पूरे समाज को बदलने के लिए युवा पीढ़ी की जरूरत हमेशा से रही है।अपने कार्यो के साथ कुछ समय सामाजिक बदलाव के लिए भी लगाए।
हर बार हम अपनी निगाहे दूसरे की तरफ करते है वह करेगा तो मैं करूँगा।सरकार की कड़ी हम स्वयं है सामाजिक बदलाव की जिम्मेवारी सबकी है अर्थात कोई सा भी कार्य बगैर सामाजिक भागीदारी से सम्भव नही है।पूरे भारत के किसी भी कोने में आप हो मैं आप तक नही पहुंच सकता लेकिन मेरे विचार आप तक जरूर पहुचेंगे।आप हीरो हो और बदलाव की पहली पढ़ाई क्यो न घर से शुरुआत करें।कोई भी परिवार के सदस्य बगैर हेलमेट लगाए निकले तो उन्हें टोके और अच्छे नागरिक होने का परिचय देवे।सत्यदर्शन लाइव इस मुहिम का साक्षी बनकर राघवेंद्र के उज्ज्वल भविष्य की कामना करता है।