कमलेश यादव : स्ट्रीट वेंडर, जिन्हें हम अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में नजरअंदाज करते हैं, हमारे समाज का अहम हिस्सा हैं। ये लोग छोटी पूंजी और बड़े सपनों के साथ अपने परिवार का आजीविका चलाते हैं। अपने ठेलों पर बिकने वाले सस्ते लेकिन उच्च गुणवत्ता वाले सामान से लेकर ताजी सब्जियों तक, ये हमें रोजमर्रा की जरूरत की चीजें किफायती दामों पर मुहैया कराते हैं। खास तौर पर दिवाली जैसे त्योहारों के दौरान इनकी भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो जाती है।
त्योहारों का समय उनके लिए अपनी मेहनत से कुछ बेहतर कमाने का अवसर होता है। लेकिन आज भी स्ट्रीट वेंडर्स वालों के पास उचित सुविधाओं का अभाव है। उन्हें अक्सर कानूनी पेचीदगियों, जगह की कमी और ग्राहकों की कमी का सामना करना पड़ता है। सोचने वाली बात है कि जो लोग हमारी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए दिन-रात मेहनत करते हैं, क्या उन्हें भी आगे बढ़ने का मौका नहीं मिलना चाहिए?
दिवाली के इस पावन अवसर पर एक संवेदनशील अपील है कि हम अपनी खरीदारी में इन मेहनतकश लोगों को भी शामिल करें। स्ट्रीट वेंडर्स से खरीदारी करने से न केवल उनका व्यवसाय बढ़ता है, बल्कि उनके परिवार में भी खुशियाँ आती हैं। उनके जीवन को सशक्त बनाना हमारे छोटे-छोटे कदमों से संभव हो सकता है।
हमारी दिवाली की रोशनी उनके घरों को भी रोशन कर सकती है, जब हम उनके बनाए दीये, मिठाइयाँ, सजावटी सामान और कपड़े खरीदते हैं। इससे न केवल उनका उत्साह बढ़ेगा, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनने की दिशा में भी एक ठोस कदम मिलेगा।
आइए, इस दिवाली हम स्ट्रीट वेंडर्स को भी अपनी खुशियों का हिस्सा बनाएं और उन्हें एक सशक्त और उज्जवल भविष्य की ओर बढ़ने में मदद करें।