“मोबाइल और लैपटॉप के इस युग में भले ही बच्चे किताबों से दूर होते जा रहे हों लेकिन आकर्षणा सतीश (नौ वर्षीय) समाज के लिए एक ऐसी मिसाल कायम कर रही हैं, जिसे लेकर आज वह पूरे देश में चर्चा का विषय बनी हुई हैं। हैदराबाद की आकर्षणा, लगभग अपनी ही उम्र के कैंसर पीड़ित बच्चों के जीवन को किताबों के माध्यम से नई दिशा देने को लेकर काम कर रही हैं। कैंसर पीड़ित बच्चों के लिए नौ वर्षीय आकर्षणा, किताबें और कलर बुक एकत्रित कर रही हैं, ताकि इन किताबों की दुनिया में खोकर बच्चे, कैंसर के दर्द को कुछ पलों के लिए भूल जाएं।
A dream of Akarshana Satish, 9 years old studying in Hyderabad Public Schoolhttps://t.co/63JrZzDRRa pic.twitter.com/qPgXqqmpnE
— హైదరాబాద్ సిటీ పోలీస్ Hyderabad City Police (@hydcitypolice) July 30, 2021
आकर्षणा के इस प्रयास को देखते हुए पिछले दिनों हैदराबाद के कमिश्नर ऑफ पुलिस अंजनी कुमार ने शहर के एमएनजे कैंसर इंस्टीट्यूट में एकत्रित की गई 1,036 किताबों से एक पुस्तकालय की स्थापना करा दी है। अब कैंसर से पीड़ित बच्चे आसानी से यहां से किताबें लेकर पढ़ सकते हैं।”
Proud of 9 year old #Akarshana Satish of Hyderabad Public School who donated a library full of children's books for children suffering from cancer at MNJ Cancer Hospital so that they can spend time there fruitfully.
God bless you dear! pic.twitter.com/QU0BBI6PYC— Swati Lakra (@SwatiLakra_IPS) July 31, 2021
आकर्षणा पिछले एक साल से अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के घर से किताबें और कलर बुक एकत्रित कर रही हैं। साल भर के भीतर उन्होंने तेलगू, अंग्रेजी और हिंदी की 1,036 किताबें इकट्ठी कर ली हैं। आकर्षणा की इस लगन को देखते हुए कैंसर इंस्टीट्यूट ने अब इन किताबों को लेकर प्ले एरिया में पुस्तकालय का रूप दे दिया है। आकर्षणा कहती हैं, यह मेरा सपना था कि मैं कैंसर से पीड़ित बच्चों के लिए कुछ कर सकूं, मेरा सपना सच हो रहा है।
पुलिस कमिश्नर अंजनी कुमार ने इतनी कम उम्र में ही आकर्षणा की इस लगन को देखते हुए उन्हें मोमेंटो से सम्मानित किया है। आकर्षणा की यह लगन और सोच देश के तमाम बच्चों के लिए मिसाल है। जिस उम्र में बच्चे खुद पढ़ने से भागते हैं, उस उम्र में आकर्षणा कैंसर से पीड़ित बच्चों की जिंदगी को किताबों के जरिए संवारने की काम कर रही हैं।