मुंबई: सपनों की नगरी मुंबई जितनी प्रसिद्ध है, उतने ही प्रसिद्ध हैं यहां के डब्बेवाले. अब इन डब्बेवालों ने अपने कारनामे से एक मिसाल कायम की है. दरअसल मुंबई के डब्बेवालों ने पिछले 4 सालों में 90 लाख रुपए से ज्यादा का खाना जरूरतमंदों को मुफ्त में खिलाया है. डब्बेवालों ने ये काम रोटीबैंक के जरिए किया है.
दिसंबर 2015 में मुंबई के डब्बेवालों ने रोटी बैंक की शुरुआत Food For All के साथ मिलकर की थी. डब्बेवालों के मुताबिक बीते 4 सालों में रोटी बैंक की शुरुआत कर अब तक 90 लाख रुपए से ज्यादा का खाना बरबाद होने से बचाया है और यह खाना जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाया है.
रोटी बैंक के तहत मुंबई की किसी भी शादी पार्टी, समारोह, या कैंटीन के बचे हुए खाने को बरबाद होने से बचाया जाता है और उसे जरूरतमंद की थाली तक पहुंचाया जाता है.
डब्बेवालों को शादी पार्टी, समारोह, कैंटीन या कैटर्स के बचे हुए खाने का जैसे ही फोन आता है तो ये फौरन एक्टिवेट हो जाते हैं और लोकेशन पता करके बचे हुए खाने को जरूरतमंदों तक पहुंचाते हैं.
बता दें कि ग्लोबल हंगर इंडेक्स में भारत का पूरे विश्व मे 102वां नंबर है. मुंबई के डब्बेवालों के मुताबिक अगर उनकी पहल को लोगों ने अपनाया तो भूखे लोगों को भरपेट भोजन मिलेगा और देश की रैंकिंग भी सुधरेगी.
मुंबई में करीब पांच हजार डब्बेवाले रोजाना दो लाख टिफिन की डिलीवरी करते हैं. इस सेवा की सबसे बड़ी खासियत है, समय पर डिलीवरी. डब्बेवाले कभी लेट नहीं होते और टिफिन की पहचान में कभी कोई गड़बड़ी नहीं होती. टिफिन पर इस तरह कोडिंग की जाती है कि जिसका टिफिन है, उसे ही मिलता है.
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