राजनांदगांव:जन स्वास्थ्य के प्रति सरकार की संवेदनशीलता अब जिले के हाट-बाजारों में भी दिखने लगी है। मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना शुरू किए जाने के बाद दूरस्थ इलाकों के ग्रामीणों को सुलभ स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता हो रही है। हाट-बाजार में आने वाले लोगों को अब हाट-बाजार में ही क्लीनिक से स्वास्थ्य जांच और उपचार का लाभ आसानी से मिलने लगा है।
राजनांदगांव जिले के मानपुर-मोहला व अंबागढ़-चौकी जैसे दूरस्थ अंचलों में संचालित हाट-बाजार में दैनिक उपयोग की चीजों की खरीदी के लिए आए ग्रामीण इस योजना से लाभान्वित हो रहे हैं। योजना से लाभान्वित हितग्राहियों का उत्साहजनक परिणाम मिलने से मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना का विस्तार संपूर्ण जिले के 84 हाट-बाजार तक किया गया है। इसी तरह सरकार की मंशानुरूप स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार अंतिम व्यक्ति तक करने का प्रयास किया जा रहा है। अब तक के परिणाम के अनुसार, बीमारियों की प्रारंभिक स्तर से पहचान एवं उपचार के लिए संपूर्ण परामर्श मिलने से स्वास्थ्य सूचकांकों के मानकों को प्राप्त करने में मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना महत्वपूर्ण योजना साबित हो रही है।
वर्तमान में कोरोना संक्रमण को देखते हुए सभी आवश्यक सावधानी एवं प्रोटोकाल अपनाकर चिकित्सकीय टीम द्वारा जांच एवं उपचार किया जा रहा है। स्थानीय स्तर पर ही स्वास्थ्य सुविधाएं मिलने से ग्रामीणों को इलाज हेतु आवागमन में भी सुविधा मिल रही है।
इस संबंध में डीटीओ डा. अल्पना लुनिया ने बताया, जन स्वास्थ्य से जुड़े अभियान समेत अन्य प्रयासों में स्वास्थ्य विभाग को बेहतर सफलता मिल रही है, इसका अनुमान हाट-बाजार क्लीनिक में इलाज कराने के लिए आने वाले लोगों के आकड़ों से भी लगाया जा सकता है। जिले के दूरस्थ अंचलों में नवंबर माह तक 84 हाट-बाजारों में स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा लगभग 1.15 लाख लोगों को लाभान्वित किया गया है। हाट-बाजार क्लीनिक योजना अंतर्गत मलेरिया जांच, एचआईवी जांच, टीबी जांच, हिमोग्लोबिन जांच, कुष्ठ जांच, उच्च रक्तचाप जांच, मधुमेह जांच, गर्भवती महिलाओं की जांच, शिशु टीकाकरण, नेत्ररोग जांच, कैंसर संबंधी जांच व डायरिया जांच के साथ ही सामान्य बीमारियों का भी इलाज किया जा रहा है।
जांच के बाद इलाज व दवाइयां भी नि-शुल्क
योजना के तहत चिकित्सकीय टीम आवश्यक दवाइयां एवं उपकरणों सहित पहुंचकर न सिर्फ लोगों की स्वास्थ्य जांच करती है, बल्कि चिन्हित होने वाले रोगियों को निःशुल्क उपचार व दवाइयां भी दी जाती हैं। योजना के क्रियान्वयन व आकड़ों के संधारण एवं विश्लेषण के लिए सरकार द्वारा मुख्यमंत्री दर्पण नामक मोबाइल एप्लीकेशन भी बनाया गया है। जिसमें त्वरित रिपोर्टिंग कर योजना की प्रगति का विश्लेषण किया जा सकता है।