रायपुर : वर्तमान संदर्भ में रेडियो और दूरदर्शन की प्रासंगिकता विषय पर एक परिचर्चा का आयोजन ओल्ड लिस्नर्स ग्रुप ऑफ छत्तीसगढ़ जोन व अहिंसा रेडियो श्रोता संघ रायपुर द्वारा संयुक्त रूप से रविवार 21 जुलाई को वृंदावन हाल में किया गया । इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में दूरदर्शन केंद्र रायपुर में निदेशक (अभियांत्रिकी) संतोष कुमार देवहरे तथा विशेष अतिथि के रूप में आकाशवाणी रायपुर केंद्र के कार्यक्रम प्रमुख लखन लाल भौर्य वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता बलौदाबाजार में देशबंधु के ब्यूरो चीफ श्री रामाधार पटेल जी ने किया इस । अवसर मौके पर आकाशवाणी रायपुर के कार्यक्रम अधिशासी शशि प्रकाश पांडे, दूरदर्शन में कार्यरत रामजी ध्रुव, आकाशवाणी में समाचार वाचक शशिकांत यादव, आकाशवाणी में चौपाल कंपीयर लव कुमार सिंह ने लखन लाल भौर्य के व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डाला । कार्यक्रम का संचालन युवा कवि व गीतकार डॉ. चम्पेश्वर गिरि गोस्वामी ने किया । यह जानकारी आयोजक टीम के प्रमुख मोहन लाल देवांगन व झावेन्द्र कुमार ध्रुव ने दिया ।
परिचर्चा के संदर्भ में दूरदर्शन के निदेशक श्री देवहरे ने दूरदर्शन की शुरुआत से लेकर अब तक की प्रगति के बारे में विस्तार से जानकारी दी ।
आकाशवाणी के डॉयरेक्टर श्री भौर्य ने रेडियो की प्रासंगिकता विषय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वे बचपन से ही रेडियो सुन रहे थे । एक बार रोजगार समाचार कार्यक्रम में सुना कि आकाशवाणी में अधिकारी पद के लिए विज्ञापन समाचार पत्र के अमुख अंक में प्रकाशित हुई है । उन्होंने आवेदन किया जिसका नतीजा है कि वे आज आकाशवाणी में ग्रेड वन अधिकारी है । अतः रेडियो की प्रासंगिकता कल भी थी, आज भी है और आने वाले कल में भी रहेगी ।
वरिष्ठ रेडियो श्रोता व पेशे से पत्रकार रामाधार पटेल ने रेडियो सिलोन को याद किया । वहीं आकाशवाणी रायपुर के चौपाल कार्यक्रम की लोकप्रियता के बारे में बोलते हुए कहा कि किसान रेडियो पर प्रसारित होने वाले मंडी भाव को सुनकर अपनी फसल की सही दाम हेतु मंडी ले जाया करते थे । आज वे जो भी हैं, वे सब रेडियो की देन है ।
कार्यक्रम में आकाशवाणी के कार्यक्रम अधिशासी शशि प्रकाश पांडे, दूरदर्शन में कार्यरत रामजी ध्रुव ने भी संबोधित किया । स्वागत भाषण लिस्नर्स ग्रुप के प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल देवांगन ने तथा आभार प्रदर्शन बलौदाबाजार के रेडियो श्रोता मनीष बाजपेई ने किया ।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में रेडियो श्रोता उपस्थित थे । जिनमें प्रमुख रूप से रतन जैन, अनिल तिवारी, एसपी गोस्वामी, योगेश चांडक, डॉ नौशाद सिद्धकी, डॉ मुन्ना लाल पटले, ललित साहू, चंद्रहास शर्मा, देवकुमार वर्मा, रमेश यादव, रामनारायण वर्मा, पवित्र मुखर्जी, गोवर्धन पटेल ।