भारतीय भले ही विदेशी चीजों के इस्तेमाल को बढ़ावा देना अपनी शान समझने लगे हों, लेकिन विदेशी नागारिक भारतीय चीजों का इस्तेमाल करने से खुद को रोक नहीं पाते हैं। यही वजह है कि विदेशों में चरपाई से लेकर नीम की दातून तक की बिक्री हो रही है।
This is the same ‘dattun’ used by people in our villages now sold in US supermarkets for $15 as ‘organic toothbrush’. #marketing pic.twitter.com/zLKsk1p5Id
— Harsh Goenka (@hvgoenka) September 17, 2020
भारत में ग्रामीण राज्यों में ही नीम की दातून (Neem Datun) का इस्तेमाल किया जाता है, जो दांत और मसूड़ों को मजबूत करने के साथ-साथ सांस की बदबू से भी छुटकारा दिलाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं भारत में 5 से 10 रुपए में मिलने वाली दातून अमेरिका में 1, 800 रुपए में बिक रही है।
भारत के ग्रामीण इलाकों में फ्री में और शहरों में 10 से 15 रुपए में मिलने वाली नीम की दातून का जलवा विदेशों में जोर शोर चल रहा है, जिसे विदेशी नागरिक इस्तेमाल करना भी काफी पसंद कर रहे हैं। यही वजह है कि अमेरिका की एक ई-कॉमर्स वेबसाइट ने नीम की दातून की ऑनलाइन बिक्री भी शुरू कर दी है।
इतना ही नहीं यह वेबसाइट नीम की एक दातून को 1, 800 रुपए की कीमत में बेच रही है, जिसे अमेरिका नागरिक बहुत ही चांव से खरीद रहे हैं। नीम की दातून करने से दांत और मसूड़ों की सफाई होती है और उन्हें मजबूती भी मिलती है, शायद इसलिए विदेशी नागरिक बढ़-चढ़ कर इसका इस्तेमाल कर रहे हैं।
अमेरिका में नीम की दातून बेचने वाली ई कॉमर्स वेबसाइट इस प्रोडक्ट को नीम ट्री फार्म्स के नाम से बेच रही है, जिसे वह ऑर्गेनिक टूथब्रश बता रही है। भारत से बाहर निकलते ही इस दातून की कीमत कई गुना बढ़ गई है, जिसकी वजह से इसे अमेरिका में 24.63 डॉलर यानी तकरीबन 1, 800 रुपए में बेचा जा रहा है।
इसके साथ ही ई कॉमर्स कंपनी नीम की दातून को बहुत ही आकर्षक पैकेजिंग के साथ ग्राहकों को बेच रही है, ताकि वह इस ऑर्गेनिक टूथब्रश को खरीदने के लिए उत्साहित हो सके। इतना ही नहीं कंपनी दातून बेचने के साथ-साथ उसके फायदे भी लोगों को बता रही है।
यह पहली बार नहीं है, जब अमेरिका में भारतीय नीम की दातून की धूम मची हुई है। बल्कि इससे पहले अमेरिका में भारतीय मसालों और योग को भी काफी ज्यादा पसंद किया गया है, जिसकी वजह से अमेरिका नागरिक भारतीय प्रोडक्ट्स को काफी ज्यादा पसंद करते हैं।
अमेरिका में भारतीय मसालों का इस्तेमाल करने से उनकी इम्यूनिट बूस्ट होती है, जबकि योग करने से बॉडी को बिना कोई तकलीफ पहुँचाए स्वस्थ जीवन जीने का तरीका सिखता है। यह हाल तब है जब भारतीय अपने देश के प्रोडक्ट्स से मुंह मोड़कर विदेशी चीजों का इस्तेमाल करते हैं।
आज के आधुनिक समय में भारतीय बैड और ऊंचे गद्दों का इस्तेमाल करना सीख चुके हैं, जिसकी वजह से समय में प्रचलित खाट यानी चारपाई का यूज बिल्कुल बंद हो गया है। जबकि चारपाई में सोने से कई तरह की बीमारियाँ ठीक होती हैं और सर्वाइकल की समस्या नहीं होती है। ऐसे में न्यूजीलैंड की एक ई कॉमर्स वेबसाइट ने भारतीय चारपाई यानी खाट को बेचना शुरू कर दिया है, जिसकी कीमत 800 डॉलर यानी 41, 000 रुपए तक है। न्यूजीलैंड के लोग बढ़े पैमाने पर इस खाट को खरीद रहे हैं, जो स्वास्थ्य के हिसाब से काफी अच्छा है।
वर्तमान में भारतीय बाजारों में खाट काफी कम ही बिकती है, जो ज्यादा से ज्यादा 1,000 रुपए में खरीदी जा सकती है। जो शारीरिक थकान मिटाने के साथ-साथ बीमारियों से भी छुटकारा दिलाती है। हालांकि अब इस खाट का इस्तेमाल ढाबों में खाना खाने के लिए किया जाता है।