अभिषेक यादव:मनुष्य सामाजिक प्राणी है और एक दूसरे के सहयोग से ही समाज आगे बढ़ता है।कठिन परिस्थितियों में भी जनसहयोग से बड़े से बड़े कार्य हो जाते है बस एक अच्छी सोच की जरूरत होती है।कुछ ऐसा ही वाक्या हुआ कोटा में, बिटिया के लग्न के बाद पिताजी का साया कोरोना ने खींच लिया।परिवार के सदस्यों के लिए घर के मुखिया न रहने से पैरों तले जमीन खिसकने लगा लेकिन इस विपदा के घड़ी में श्री गौड़ ब्राह्मण समाज मदद के लिये आगे आकर परिवार को आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाकर सभी के लिए सन्देश दिया है कि हम एक दूसरे का मदद करके ही सामाजिक उत्थान कर सकते है।
कोरोना काल में ब्राह्मण समाज की बेटी के लग्न के बाद ही पिता की मौत हो गई जिससे परिवार की खुशिया मातम में बदल गई। इसके बाद श्री गौड़ ब्राह्मण समाज मदद के लिये आगे आकर परिवार को आर्थिक सहायता उपलब्ध करवायी।
श्री गौड़ ब्राह्मण समाज के उपाध्यक्ष नरेश शर्मा ने बताया कि श्री गौड़ ब्राह्मण समाज कोटा ने 40500 रूपये व श्री गौड़ ब्राह्मण समाज बारां द्वारा 11000 रूपये की उनकी पत्नी सीता बाई के बैंक खाते में जमा करवायी गई इसके अलावा श्री गौड़ ब्राह्मण समाज के कोटा भामाशाह मंडी में कार्यरत मुनीमो ने सहायता के लिये हाथ आगे बढाते हुये 30100 रूपये राषी उनको उनके घर जाकर भेट की।
घटना 30 अप्रैल कि है जब बेटी किरण की लग्न पत्रिका देकर परिवार वाले बूंदी जिले के बम्बोरी गांव से कोटा लौट रहें थे तभी अचानक रास्ते में पिता की तबीयत बिगड़ गई और उनको इलाज के लिये न्यू मेडिकल कॉलेज ले जाकर भर्ती करवाया गया। लड़की के पिता शम्भू दयाल शर्मा का कोरोना टेस्ट करवाया गया और उनकी जांच पॉजिटिव आयी इसके साथ ही उनका ऑक्सीजन लेवल कम हो गया। शम्भू दयाल को अस्पताल में ऑक्सीजन से देकर डॉक्टरो ने बचाने के काफी प्रयास किये लेकिन 10 मई को उनका निधन हो गया।
शम्भू दयाल ही परिवार में आय का स्त्रोत थे अब इनके परिवार में एक छोटा बेटा अभीशेक (16), पत्नी सीता बाई और बेटी किरण जिसका विवाह 14 मई को होना था लेकिन पिता की मृत्यु के कारण षादी को निरस्त करना पड़ गया। परिवार में अब कमाने वाला कोई नहीं है।