गोपी साहू:छत्तीसगढ़ राज्य में राज्यपाल अनुसुइया उइके ने विगत दिनों पहली बार महिला सशक्तिकरण को लेकर सम्मान समारोह का आयोजन किया जिसमें विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली शख्सियतों को सम्मानित किया गया।वर्तमान में बदलते परिदृश्य के साथ, लोगों की सोच में भी परिवर्तन हो रहे हैं और महिलाओं ने भी अपनी कार्यकुशलता और नेतृत्व क्षमता से हर एक क्षेत्र में अपनी कामयाबी का डंका बजाया है। चुनौतियों का मुकाबला कर कामयाबी की अनोखी कहानी लिखने वाली नारीशक्ति की कहानी हमें काफी कुछ सिखाती है।
गांव की पगडंडियों से चलकर सुश्री राधा नाग और उनकी टीम ने कभी सपने मे भी नही सोचे थे कि आज उनकी सफलता की कहानियां लिखी जाएंगी।सुई धागा एक टीम बनाकर गांव की युवतियों को आत्मनिर्भर बनने की एक नई दिशा दी गई है।कोंडागांव जैसे वनांचल क्षेत्र में यकीनन नए युग की शुरुआत हुई है।
नारीशक्ति की प्रतीक शुभा मिश्रा मंच संचालन के क्षेत्र में सफलता की परचम लहरा रही है।साथ ही समाजसेविका के रूप में जरूरतमंदों के सहयोग के लिए हमेशा तत्पर रहती है।राष्ट्रीय अनुसूचित जाति जनजाति विकास परिषद नई दिल्ली में छत्तीसगढ़ प्रवक्ता के रूप में अपनी सेवाएं दे रही है।
तरुणी सारथी जरूरतमंदों के इलाज और महिलाओं के उत्थान में हमेशा तत्पर रहती है।कोरोनाकाल में राशन,मास्क से लेकर पूरी मुस्तैदी से लोगो की मदद के लिए आगे रही है। वे कहती है महिलाओं कोे सशक्त और समर्थ बनाना होगा अर्थात् उन्हें यह आत्मविश्वास दिलाना होगा, उन्हें इतनी ताकत देनी होगी कि वह अपने पैरों पर खड़े हो सकें और आत्मनिर्भर बन सकें।
भारत की पहली जेसीबी ड्राइवर दमयंती सोनी…तमाम विषम परिस्थितियों के बावजूद सफलता की कहानी लिखने वाली के ऊपर लोग हँसा करते थे।आज दमयंती सोनी ने अपनी प्रमाणिकता सिद्ध करके यह साबित कर दिया है कि असम्भव कुछ भी नही है यदि दृढ़ संकल्पित होकर कार्य करे।दमयंती सोनी ने पुरुष प्रधान कार्य में अपना परचम लहराया.जब वह जेसीबी मशीन जैसा हैवी व्हीकल चलाती हैं तो लोग उन्हें देखते रह जाते हैं
छत्तीसगढ़ की नैसर्गिक खूबसूरती को अपने कैमरे में कैद करके सफ़लता का एक बेमिसाल उदाहरण पेश करने वाली भिलाई शहर की होनहार लड़की अनम खान जिसकी आंखों में हरेक चीजो को देखने का अपना एक अलग नजरिया है।सकारात्मक दृष्टिकोण से फोटोग्राफी में अपनी अलग पहचान बनाने वाली अनम खान निश्चित ही अन्य लोगो के लिए प्रेरणास्रोत है
आँचल मतलाम दूरस्थ वनांचल में चिकित्सीय सुविधा को लेकर कार्य कर रही है।आप नारायणपुर के अबुझमाड़ क्षेत्र में भी कार्य कर चुकी है।लोगो की सेवा करना ही मुख्य उद्देश्य है।बीहड़ जंगलो के बीच लोगो के बीच जाकर चिकित्सीय सुविधा मुहैया कराना सराहनीय है
ग्राम पंचायत चौड़ग की सरपंच मंगतींन नेताम गांव में मशरूम उत्पादन का का कार्य करके अन्य महिलाओं के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध कर रही है।इस दिशा में कार्य करके सभी लोगो के लिए नए अवसर भी तलाश रही है।यह पँचायत कोंडागांव जिले में आता है।
21 वर्ष में ही गांव की सरपंच बनकर सुश्री भारती जांगड़े ने युवाओ के लिए एक उदाहरण पेश की है।आपने सिद्ध कर दिया है कि मन मे अच्छी सोच हो और अपने कार्य के प्रति जुनून तो सफलता निश्चित है।ग्राम पंचायत रूही विकासखण्ड पाटन जिला दुर्ग में स्थित है।
ऐसा ग्राम पंचायत जहा एक ही रंग में पूरे पँचायत के घर है प्रतिदिन गांववाले राष्ट्रगान में हिस्सा लेते है।यहां की सरपंच श्रीमती बबिता किशोर बघेल महिला सशक्तिकरण के लिए उदाहरण है।ग्रीन ग्राम सपोस को राष्ट्रीय अवार्ड से भी नवाजा जा चुका है।