असम्भव सपने देखने वालों पर अक्सर दुनिया हसती है लेकिन उनके जिद की चाबी से एक दिन सब कुछ सम्भव हो जाता है।क्रांति मूवी की वो चंद लाइन…वो जवानी जवानी नही,जिसकी कोई कहानी न हो…गांव जंगल पहाड़ो में जहा अखबार तक नही जाता वहा आपने पूरे मध्य भारत मे जन जन की आवाज बनकर एक नई क्रांति का शुरुआत किए….नाम शुभ्रांशु चौधरी…लंबे समय तक बीबीसी दक्षिण एशिया मीडिया में सक्रिय रूप से जुड़े रहे।कश्मीर में भी निर्भीक पत्रकारिता किए है।
सामुदायिक पत्रकारिता
CGnet swara की स्थापना एक ऐसी अध्याय की शुरुआत है जिसमे समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुचकर उनकी आवाज बनकर समस्याओं का समाधान करना है, क्योकि एक लंबे समय की संघर्ष के बाद हमने सदियो की दासता से मुक्ति प्राप्त की है।CGnet swara बीहड़ जंगलों, पहाड़ो दुर्गम स्थानों में रहने वालों लोगो की आशाओं एवं आकांक्षाओ का पुंज बनकर उनकी बातो को आसानी से वॉइस रिकॉर्ड करके समस्याओं को शासन तक अवगत कराया जाता है।कहानियां किस्से के लिए भी एक सकारात्मक मंच है।
गोंडी भाषा के लिए सफल प्रयोग
आदिवासियो को अखबार किताबे पढ़कर सुनाने वाला रेडियो एप ..CGnet swara गोंड जनजाति को पढ़ाई और अधिकारियों के सामने बात रखने में हो रही दिक्कतों का समाधान के लिए आईआईटी से सम्पर्क किया तभी से एक एप बनाना प्रारंभ किया गया।ताकि बस्तर सुकमा दंतेवाड़ा जैसे सुदूर इलाको के गोंड आदिवासी देश-दुनिया की खबरों से परिचित रहे।।।
शांति यात्रा
उड़ीसा से जगदलपुर तक शांति यात्रा की शुरुआत की गई थी जिसमे हजारों की संख्या में आदिवासी, सामाजिक कार्यकर्ता ,शामिल हुए थे…बस्तर जैसे क्षेत्र में माओवादियों के बीच शांति की यह यात्रा मिसाल है।
आज आवश्यकता है लोकतंत्र ,समाजवाद,एवं धर्म निरपेक्षता के महानतम आदर्शो की रक्षा करने की।
जिसमे शांति एवं उन्नति हमारा आदर्श हो,गणतंत्र की रक्षा हमारा कर्त्तव्य हो,मातृभूमि के प्रति समर्पण हमारा संकल्प हो और इन सबके लिए तत्परता हमारी वचनबद्धता हो।।।।
सामाजिक कार्यकताओं का फोन टेपिंग
वर्तमान में यह मुद्दा व्यक्ति के निजता का उल्लंघन है।हाल ही में शुभ्रांशु चौधरी जी का नाम भी फोन टेपिंग लिस्ट में आया है।जिसके लिए छत्तीसगढ़ सरकार ने तीन सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है।
निर्भीक पत्रकारिता और जन जन की आवाज बनकर सामुदायिक पत्रकारिता में नित नए प्रयोग के वजह से शुभ्रांशु चौधरी का नाम पत्रकारिता जगत में सम्मान से लिया जाता है।दीपक की महत्ता तब है जब घनघोर अंधेरा हो,जहा प्रकाश की ज्यादा जरूरत हो।satyadarshnlive की पूरी टीम आपके इस कार्य को सैल्यूट करता है।