बिहार में किसानों पर हुए हमले का आइफा ने किया विरोध

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*– आइफा की अपील, किसी के उकसावे में ना आएं किसान,
*– शांतिपूर्ण अहिंसक तरीके से किसान करें आंदोलनः आइफा
*– आइफा की बैठक में आगे की रणनीति पर हुई चर्चा
*– आइफा के सहयोगी संगठनों ने बिल में संसोधन की मांग उठायी

किसानों से जुड़े बिल के विरोध में आज देश भर के किसान संगठनों  का भारत बंद शुरू हो चुका है. इस तीन दिवसीय देशव्यापी किसान आंदोलन को लेकर देश के कई हिस्सों में किसानों के प्रदर्शन शुरू हो चुके हैं. आंदोलन के पहले दिन अखिल भारतीय किसान महासंघ (आइफा) ने अपने छत्तीसगढ़ के सचिवालय में आइफा से जुड़े विभिन्न प्रांतों के किसान संगठनों के नेताओं, प्रतिनीधियों  तथा प्रगतीशील किसानों के साथ  बैठकें की. बैठकों में मुख्य रूप से केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में पारित किए गए तीनों कृषि बिलों की विसंगतियों पर तथा आज से हो रहे तीन दिवसीय देशव्यापी किसान आंदोलन की विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई. सभी ने एक स्वर से इस आंदोलन को हर हाल में अहिंसक बनाए रखने पर जोर दिया तथा जो जहां पर है वहीं पर अपना विरोध प्रकट करें इस सूत्र के प्रति सहमति प्रदान की.

आइफा के राष्ट्रीय संयोजक डॉ राजाराम त्रिपाठी ने कहा कि देश भर में किसानों ने विरोध किया लेकिन बिहार से निंदनीय खबर आई है, जहां किसानों पर कुछ राजनीतिक दलों के गुंडों ने लाठियां भांजी और ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिंदाबाद’ का नारा लगाते हुए चले गये, जब कि पुलिस मूकदर्शक बनी देख रही थी.

उन्होंने कहा कि आइफा ने सभी किसानों से अपील की है कि किसी के उकसावे में आ आये और आंदोलन अहिंसक तरिके से ही करें. लेकिन इसके साथ ही उन्होंने मांग की है कि किसानों पर लाठियां चलाने वालों के फोटो व वीडियो सामने आएं है. पुलिस उन हमलावरों पर अविलंब कार्रवाई करें.

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