फूलों की घाटी के पार भी कोई खिलखिलाता है….कटुलकसा का बेहद खूबसूरत जलप्रपात |* छत्तीसगढ़ बस्तर के चर्चित युवा हस्ताक्षर साहित्यकार *विश्वनाथ देवांगन उर्फ मुस्कुराता बस्तर* की खोजी यात्रा वृतांत में आज पढ़िये….पर्यटन की बाट जोहता… आपको हमें बुलाता… *कटुलकसा जल प्रपात*

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छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग का कोंडागांव जिला मुख्यालय से 60 किमी पहले फूलों की घाटी मांई तेलीनसती की धरा धाम के केशकाल से लगभग 5 किमी की दूरी पर बसा ग्राम बटराली से तीन किमी चलकर हम शिवधाम गोबराईन पहुंचते हैं | अधिकतर लोगों को यहीं तक की वादियों की खूबसुरती मम मोह लेती है,किन्तु हम आपको परिचय  करायेंगे आज घाटी की पर्वत श्रृंखलओं की बहते नालों में भी हैं,कई खुबसूरत झरने और जलप्रपात जो किसी भी सैलानी का मन मोह लेने के लिये धमाल मचाये बह रहा है | जी,हां,बटराली से होनहेड़ की दूरी 13.5 किमी है,जिस रास्ते से चलकर हम खूबसुरत वादियों को निहारते हुए ऐसे दृश्य जो किसी भी सैलानी का मन मोह लेंगे,का नयनाभिराम अवलोकन करते हुए,रांधा,उपरमुरवेंड होते हुये होनहेड़ पहुंचते हैं,जहां पर पंचायत भवन से ठीक पहले दाईं ओर मुड़कर 1 किमी गांव की पैडगरी से चलकर हम कटुलकसा जल प्रपात में पहुंच हैं | जहां हमारी नजरें एक मिनट के लिये ठहर सी जाती हैं,गांव की वादियों में खुबसूरत नजारा देखकर मन गदगद हो जाता है | ग्रामीणों की आवाजाही इस झरने पर मनोरंजन और झरने के आसपास मनोरंजन की दृष्टि हो रहा है | बेहद खूबसुरत और मन को सुकून देने वाला जल प्रपात कटुलकसा |

फल दयसे पान दयसे,
दयसे आमके पानी |
रान बन के नी गोंदा,
होयसे आमके हानी ||

कोंडागांव में पर्यटन की संभावनाओं का नया एडवेंचर “कटुलकसा“,| आप तैयार हो जाइये कटुलकसा जाने के लिये और इस खूबसुरत नजारे का सपरिवार जाकर लुफ्त उठाइये,जहां वादियों में घूमिये,सपिरवार आनंद लीजिये,पिकनिक और पर्यटन की दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण स्थल है,इस स्थल से पर्यटन की प्रबल संभावनायें हैं |

फूलों की घाटी के पार,
मैं खिलखिलाता उद्गार,
तुम कब आओगी….,
तुम्हारी यादों में आज भी,
मैं मंद-मंद मुस्कुराता हूं,
सच मानों तुम आ जाओ,
मैं यहां बहता हूं,
बस….,तुम्हारे ही इंतजार में,
कटुलकसा,,,,कहलाता हूं |

जी हां,हम प्रकृति की पूजा करें,उसको विनाश होने से बचायें,प्रकृति हमारी जिन्दगी है |प्रकृति ने कई बेजोड़ उपहार हमें दिये हैं,जिनकी परिकल्पना हम कर भी नहीं सकते हैं | ऐसे ही नजारों में नयनाभिराम नजारा कुदरत का बेजोड़ उपहार है….कटुलकसा,का खिलखिलाता जल प्रपात | जहां जाने वाला हर सैलानी सुकून से सराबोर हो जाता है |

विश्वनाथ देवांगन(मुस्कुराता बस्तर) ने बस्तर के छिपे हुए पर्यटन स्थलों के लिए एक मुहिम की शुरुआत की है।ऐसे कई प्राकृतिक अबूझ जगह है, जिसके  बारे में स्थानीय लोगो के अलावा कोई नही जानता है।सत्यदर्शनलाइव चैनल भी कृतसंकल्पित है सत्य को दिखाने और बताने के लिए।आप भी हमारे इस मुहिम का हिस्सा बन सकते है।छत्तीसगढ़ पर्यटन की दृष्टि से सम्भावनाओ भरा प्रदेश है।जय जोहार आमचो बस्तर

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