कमलेश यादव,रायपुर:-जिंदगी के हर मोड़ में हमारा सामना मुसीबतों से होता है।कठिन समय मे कुछ लोग टूट जाते है,तो कुछ इतिहास रच जाते है।मनोवैज्ञानिको के अनुसार कोई भी व्यक्ति विपरीत परिस्तिथियो को दो तरीके से देखता है,पहला समस्या पर फोकस करके और दूसरा समाधान के ऊपर फोकस करके।आज के शख्सियत की कहानी भी कुछ इस प्रकार है, जिसे नियति भी झुक कर सलाम करती है।होरीलाल यादव केवल नाम नही है,सही मायने में हजारो लोगो के लिए सफलता का अर्थ बन गए है।बचपन से एक पैर से दिव्यांग होने के बावजूद अपने मजबूत इरादों से key to success कोचिंग सेंटर की स्थापना करके अपने अनुभवों का लाभ विद्यार्थियों को दे रहे है।
महामाया की नगरी रतनपुर से 5 किमी की दूरी पर छोटा सा गांव फुलवारी जहाँ होरीलाल यादव का जन्मस्थान है।पिताजी श्री मालिक राम यादव चतुर्थ वर्ग कर्मचारी थे।पिताजी बचपन से ही शिक्षा के ऊपर ध्यान दिया करते थे।8किमी साइकिल चलाकर स्कूल जाने की यादे आज भी प्रेरणा देती है।प्राथमिक शिक्षा शासकीय स्कूल में हुई है।।इंजीनियरिंग की पढ़ाई NIT रायपुर में,उसके बाद MBA पण्डित रविशंकर विश्वविद्यालय रायपुर से हुई है,और पूरे छत्तीसगढ़ में 4 विषय( management, Commerce, Economics, aur labour welfare & HRM) मे NETउत्तीर्ण करने वाला एक मात्र व्यक्ति है।माताजी श्रीमति मानकुंवर बाई यादव के अनुशासन के पाठ से ही यह सब कुछ सम्भव हो पाया है।
शुरुआती दिनों में काफी आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ा है।फिर भी हिम्मत न हारते हुए गुरुघासीदास विश्वविद्यालय में सहायक प्राध्यापक के पद पर कार्य करने का सौभाग्य भी प्राप्त हो चुका है।होरीलाल यादव जी हमेशा कहते है”मन का होए तो अच्छा है,और मन का न होए तो और अच्छा है,क्योकि वह ईश्वर के मन का होता है”।
Key to success का रोचक सफर:
छत्तीसगढ़ के विद्यार्थी दिल्ली,जयपुर जैसे बड़े शहरों में NET की तैयारी करने जाते है।जहाँ लाखो रुपये खर्च आता है।इस समस्या को दूर करने के लिए हमने दोस्तो के साथ मिलकर key to success net academy की स्थापना की।अभी वर्तमान में 15 विषयो में NET की कोचिंग दी जाती है।अभी तक इस संस्थान से 100 से भी अधिक NET और 10 से भी अधिक JRFउत्तीर्ण हो चुके है।10 विद्यार्थी लेक्चर और 3 विद्यार्थी CSPDCL में प्रथम श्रेणी के अधिकारी के रूप मे चयनित हुए है।ऐसे विद्यार्थी जिनको आर्थिक रूप से परेशानी होती है,उन्हें निःशुल्क शिक्षा का व्यवस्था हमारे संस्थान द्वारा किया जाता है।
हर सफलता की अपनी एक कहानी होती है,मेरे दोस्त खूबचन्द वर्मा के घर का छोटा सा हाल जहाँ से शिक्षा का यह सफर शुरुआत हुआ था।गिरजा भाभी का सहयोग भी जिंदगी भर नही भुलाया जा सकता।विज्ञापन के लिए पैसे नही हुआ करते थे।मैं और भाई शेखर यादव दोनों मिलकर हाथ से लिखे बैनर पोस्टर को जगह जगह जाकर लगाते थे।यही कहानी मुझे रोज कुछ नया करने के लिए प्रेरित करती है।
युवाओ को सन्देश
जिंदगी में वही व्यक्ति सफल हो पाया है जिसने अपने कोच,गुरु,शिक्षक के बातो को अनुसरण करते हुए आगे बढ़ा है।अपने शिक्षकों का मान-सम्मान करें क्योंकि एक शिक्षक ही होता है,जो निःस्वार्थ भाव से अपने विद्यार्थियों को आगे बढ़ाने के लिए संकल्पित रहता है।
कोचिंग की सफलता का सबसे बड़ा श्रेय यदि किसी को जाता है तो वह है हमारे शिक्षकों का अपना परिवार।सभी ने अपना 100%योगदान दिया है,जिसके कारण हमारे सभी विद्यार्थी सफल होते गए है।यहां पढ़ाने वाले सभी शिक्षक पार्टनर है।सभी का केवल एक लक्ष्य शिक्षा की बुनियादी संरचना को मजबूत बनाना तथा उच्च शिक्षा के साथ विद्यार्थियों को अच्छा इंसान बनाना ,जिससे वे जिंदगी के सभी क्षेत्रों में सफल हो सके।
आज key to success academy न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि पूरे भारत मे अपनी गुणवत्ता और सफलता के नाम से जाना जाता है।अन्य राज्यो से भी विद्यार्थी रायपुर आकर अकादमी में पढ़ाई करते है,और सफलता का नया कीर्तिमान रचते है।सत्यदर्शन चैनल के पूरी टीम के तरफ से संस्थान के संचालक होरीलाल यादव की उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं।
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