महिला स्वावलंबन की नई परिभाषा गढ़ रही है श्रीमती रचना शर्मा…रुचि महिला मंडल से प्रशिक्षित मातृ शक्ति आत्मनिर्भर बनकर भारत की उन्नति का मार्ग प्रशस्त कर रही हैं

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कमलेश यादव : तू जाग, चल, बढ़ा कदम की मंजिलों को पाना है….धैर्य,यत्न और श्रम तेरे सफर का तराना हैं। ये चंद पंक्तियाँ महिला सशक्तिकरण की सशक्त हस्ताक्षर श्रीमती रचना शर्मा के ऊपर सटीक बैठती हैं। उन्होंने महिलाओं को एक नई दिशा देकर साबित कर दिया कि हौसलों की सुई में सपनों का धागा डालकर सफलता को न सिर्फ भुना जा सकता है. बल्कि जिंदगी में खुशियों के रंग भी भरे जा सकते है।उनकी संस्था रुचि महिला मंडल ने 10 हजार जरूरतमंद महिलाओं को आत्मनिर्भरता के लिए व्यावसायिक प्रशिक्षण दिया है।  जिसमें 5000 महिलाएं प्रशिक्षण उपरांत अपना स्वयं का रोजगार स्थापित कर अपने परिवार को आर्थिक संबल प्रदान कर रही हैं।

एक परिचय “रुचि महिला मंडल”
रुचि महिला मंडल की स्थापना 1996 में श्रीमती पीयूष शुक्ला द्वारा की गई थी। वह श्रीमती रचना शर्मा की माँ हैं। उन्होंने अपना सारा जीवन महिलाओं के उत्थान के लिए काम किया है।  एक छोटे से विचार से शुरू हुई ये शुरुआत अब एक बड़े बदलाव में परिवर्तित हो गई हैं.  वर्तमान में रचना शर्मा जी इस संगठन की बागडोर संभाल रही हैं। इस संस्था से प्रशिक्षित मातृ शक्ति न केवल आत्मनिर्भर बनकर अपनी आजीविका चला रही हैं बल्कि भारत की प्रगति का मार्ग भी प्रशस्त कर रही हैं।

ताकि बन सकें आत्मनिर्भर
रुचि महिला मंडल द्वारा महिलाओं को प्रशिक्षित करने के बाद उन्हें रोजगार से जोड़ने के प्रयास किए जाते हैं। संस्था का उद्देश्य महिलाओं को रोजगार से जोड़ना है। बड़ी संख्या में महिलाएं प्रशिक्षण हासिल करने के बाद स्वरोजगार से जुड़ी हैं।

सपने देखें और उन्हें पूरा करें
सत्यदर्शन लाइव को श्रीमती रचना शर्मा ने बताया कि किसी भी काम के लिए आत्मविश्वास का होना बहुत जरूरी है। यही आत्मविश्वास हमारे अंदर आत्मनिर्भरता का संचार भी करता है.  हर व्यक्ति किसी न किसी हुनर के साथ पैदा होता है। सपने देखें और उन्हें पूरा करने में लग जाएं।

महिलाओं को संदेश
वह कहती है कि “मुझे लगता है कि हर एक लड़की और महिला को काम करना चाहिए। जरुरी नहीं कि जब जरूरत पड़े आप तभी कमाएं। बल्कि आपको अपनी खुद की एक पहचान,और आत्मविश्वास के लिए अपने पैरों पर खड़े होना चाहिए। इसलिए जिस भी चीज में आपकी रूचि है आप वह काम कीजिए। लेकिन काम जरूर करना चाहिए।

रुचि महिला मंडल के माध्यम से प्रशिक्षित महिलाओं को देश एवं प्रदेश के विभिन्न संस्थानों से बड़ी मात्रा में कार्य ऑर्डर भी प्राप्त होते हैं।  बैग निर्माण हो या यूनिफॉर्म, सभी ऑर्डर तय समय में पूरे किये जाते हैं।  संस्था का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को अधिक से अधिक रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है।

हिम्मत और कुछ कर गुजरने का माद्दा हो तो कठिन से कठिन राहें भी आसान हो जाती हैं और प्रगति की यही मिसाल पेश कर रही है रुचि महिला मंडल।  छत्तीसगढ़ की मेहनती महिलाओं को रोजगार की दिशा में आत्मनिर्भर बनाने की यह पहल निश्चित रूप से सराहनीय है। श्रीमती रचना शर्मा की दूरगामी सोच है कि , आप अपनी तीव्र बुद्धि से चाहे कितनी भी जानकारी जुटा लें, सफलता का रास्ता अभ्यास और प्रशिक्षण से ही खुलता है। सत्यदर्शन लाइव महिलाओं के आत्मनिर्भर बनने की इस राह की सराहना करता है।

अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें
Ruchi Vocational Training Provider
Near Manokamna Marriage Hall, G.E. Road Rajnandgaon mob. 9713652011

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