रायपुरः 26 जनवरी के दिन देशभर में गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया जा रहा है। लेकिन उसके एक दिन पहले की पूर्व संध्या पर छत्तीसगढ़ को खुशखबरी मिली है। देशभर में इस साल दिए जाने वाले पद्म पुरस्कारों के नाम की घोषणा कर दिया गया है। इसके तहत महत्वपूर्ण योगदान देने वाली हस्तियों के नाम शामिल है। जिसमें छत्तीसगढ़ से भी तीन नाम शामिल है।
दरअसल, इस बार पद्म अवार्ड के लिए 33 विभूतियों को पद्म श्री देने की घोषणा की गई है। जिनमें तीन नाम छत्तीसगढ़ के भी है। ये नाम है जागेश्वर यादव, हेमचंद मांझी और रामलाल बरेठ का नाम भी शामिल है।
जागेश्वर यादव-पद्म श्री अवार्ड
छत्तीसगढ़ में इस साल पद्म श्री के अवार्ड से सम्मानित होने वाले सोशल वर्कर में से एक है जागेश्वर यादव। 67 साल के जागेश्वर को बिरहोर के भाई के नाम से भी जाना जाता है। जशपुर से आदिवासी के भलाई के लिए काम करने जागेश्वर ने अपनी लाइफ पहाड़ी कोरवा और विलुप्ति की कगार पर खड़े बिरहोर के उत्थान के लिए लगा दी।
उनके उत्थान के लिए जागेश्वर ने जशपुर में आश्रम की स्थापना भी की है जहां वे अशिक्षा और उनकी स्वास्थ्य को बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं। आर्थिक तंगी के बाद समाज के बदलाव की उनकी ललक कम नहीं हुई है।
हेमचंद मांझी- पद्म श्री
छत्तीसगढ़ के नारायणपुर से आने वाले 70 साल के हेमचंद मांझी को लोग वैद्यराज मांझी के नाम से भी जानते है। ट्रेडिशिनल मेडिकल प्रेक्टिश्नर के रूप में काम कर रहे हेमचंद पिछले 50 सालों से गांववालों को स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान कर रहे हैं।वह जरूरतमंद की मदद 15 साल की उम्र से शुरू कर दिए थे। हेमचंद अपने अबुझमार के घने जंगलों में पाई जाने वाली हर्ब के विशेष नॉलेज रखने के लिए जाने जाते है।
नक्सलवादियों की तरफ से मिलने वाली लगातार धमकी के बाद भी हेमचंद ने हार नहीं मानी और लगातार लोगों की सेवा करना जारी रखा। इस साल मिलने वाले पद्म श्री अवार्ड में इनका भी नाम शामिल किया गया है।