कमलेश यादव:जल जंगल और जमीन की लड़ाई बस्तर के लिए कोई नया शब्द नहीं है,फिर भी बस्तर के बीहड़ों में बारूद की गंध के बीच सरगीफूल की महक हवाओं में घुल मिल रही है | जी हां, हम आज हल्बी साहित्य की कविता “रान बन के नी गोंदा” की उन पंक्तियों के बारे में चर्चा करेंगे जहां पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन की बात लिखी है और साहित्य पर भी अमल हो रहा है,कुछ इस तरह से हैं पंक्तियां :-
फल दयसे पान दयसे,
दयसे आमके पानी,
रान बन के नी गोंदा,
होयसे आमके हानी,
पर्यावरण पर संरक्षण के क्षेत्र में भी अब बस्तर से लेखन महानगरों की गगनचुम्बी इमारतों तक पहुँच चुकी है,महानगरों के साहित्यकार भी बस्तर के साहित्यकारों को तवज्जो दे रहे हैं | हालिया लोकप्रिय साहित्यकार महेश गुप्ता जौनपुरी और केशव विवेकी के संपादन में हिन्दुस्तान के कुल 102 साहत्यिकारों की पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन पर आधारित साझा काव्य संकलन “वृक्ष लगाओ,वृक्ष बचाओ” का विमोचन हुआ है | साथ सभी साहित्यकाराें ने अपने अपने स्थानों पर यथाशक्ति वृक्षा रोपण के कार्य भी किये हैं |
छत्तीसगढ बस्तर के युवा रचनाकार विश्वनाथ देवांगन उर्फ मुस्कुराता बस्तर जो साहित्यिक बिरादरी में खोजी लेखन एवं हल्बी के सशक्त हस्ताक्षर माने जाते हैं,जिनकी रचनायें आकाशवाणी दूरदर्शन सहित,देश विदेश की कई पत्र पत्रिकाओं व जर्नलों में प्रकाशित होती रही हैं | इसी तारतम्य में जोगेश्वरी मुंबई महाराष्ट्र की पर्यावरण सामाजिक,साहित्यिक उत्थान को समर्पित संस्था “वृक्ष लगाओ,वृक्ष बचाओ आंदोलन” द्वारा पर्यावरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय साहित्यिक अवदान के लिए उनकी साझा काव्य संकलन ‘वृक्ष लगाओ,वृक्ष बचाओ’ के विमोचन के अवसर पर “वृक्ष सखा सम्मान 2020” से संस्था द्वारा हिन्दुस्तान के 102 रचनाकारों के साथ प्रदान किया गया | जिसमें ग्यारह वृक्षारोपण के साथ वृक्ष लगाओ वृक्ष बचाओ साझा संकलन का विमोचन कार्यक्रम सम्पन्न हुआ |
राज मंगल प्रकाशन के सहयोग से प्रकाशित इस संकलन के विमोचन अवसर सम्मानित अन्य सदस्यों में अनिता सुल्तानिया, कन्हैया लाल मुक्तिविचारक, संजय भारती, आचार्य गोपाल, अंकिता सिन्हा, कुन्दन पाटिल, विकाश उपमन्यु, राम कुमार, रश्मि लता मिश्रा, दीपक मैठाणी, अनुराधा पाण्डेय, हिरा सिंह चाहिल, गौरव सिंह घाणेराव, संजय कुमार मिश्र अणु, रविन्द्र मारोठी रवि, कोहिनूर अली खान, पुष्पा जगनानी, कल्पना गांगटा, जितेन्द्र हमदर्द, कुमार जितेंद्र जीत, कुष्मिक रंजन श्रीवास्तव, राजेश सारस्वत, इन्द्राणी साहू, कृष्ण कांत तिवारी, शैलेश साईं, शिवानन्द चौबे, मो सबीउद्दीन, ठाकुर राजवीर सिंह, सुष्मिता पैन्यूली, प्रकाश चंद्र मांझी, मोइन खान, संतोष कुमारी, सुमति श्रीवास्तव, प्रकाश गुप्ता हमसफ़र, राघवेन्द्र सिंह ठाकुर, डाक्टर वन्दना गुप्ता, निरूपमा मिश्रा निरु, संदीप वैष्णव शुक्ल, दूजराम साहू, दीपिका मावर, राजमल मावर, अनूप दिक्षित, भूपेंद्र सिंह परिहार, मोनिका गुप्ता, प्रेमलता सिंह, बजरंग लाल सैनी वज्रघन, अश्मजा प्रियदर्शिनी, देवब्रत देव, डॉ. सुनील कुमार परीट, रंजना वर्मा, प्रियंका मिश्रा, उमा वैष्णव, अखलेश कुमार मांझी, अवतार सिन्हा, सत्यनारायण तिवारी, उमा ठाकुर नधैक, पूजा नबीरा, मदन सिंह शेखावत,डॉ. प्रभूनाथ गुप्त, सुंदर लाल डडसेना मधुर, विकास शर्मा, रामचन्द्र स्वामी, सूर्यप्रकाश पंकज सरस, शेषा राम, अमित कुमार गुप्ता, राधेश्याम गुप्ता, श्रवण मानिकपुरी, सुनील कुमार सोनू, किसन कुमार गौतम, बलत सिंह कन्नौजिया, रोहित कुमार गुप्ता, अशोक कुमार, वन्दना शर्मा, सरला कुमारी, चेतराम बैरवा, डोमेन निषाद डेविल, रमेश चंद्र सैनी, ओमदीप वर्मा, रमेश कुमार सिंह रूद्र, संजय बहिदार, मनीष जौनपुरी, दिलीप शर्मा, प्रीती शर्मा, चन्दु कलपुरे, गायत्री बाजपेई शुक्ला, नीतेश उपाध्याय, पूर्ण जीत गुप्ता, निर्मला बाला मिश्रा, शिवानी शुक्ला जौनपुर, पंकज तिवारी, आचार्य राजेश कुमार दुबे, रिशु पाण्डेय, शैलेन्द्र कुमार साधु, जयप्रकाश चौहान, शिवम कुमार साहू, प्रिया गुप्ता, अमित कुमार अंगपुत्र, आशीष पाण्डेय जिद्दी, अरूण आनन्द जी आदि रहें।