विश्व रेडियो दिवस…आप सुन रहे है देश की सुरीली धड़कन “विविध भारती”…रेडियो आज भी मनोरंजन के साथ भरोसेमंद समाचार स्रोत है

638

एक समय था कि रेडियो के लोग दीवाने हुआ करते थे। जिनके घर में बड़ा रेडियो होता था उसे धनाड्य माना जाता था। शादी में जिस दूल्हे को ससुराल से रेडियो दिया जाता था, उसकी शादी की चर्चा दूर तक कई दिनों तक होती रहती थी। भले ही बदलते दौर में मोबाइल हर जेब में बज रहा है लेकिन रेडियो के दीवाने भी खत्म नहीं हुए हैं। चूंकि रेडियो बनाने वाली कंपनियों ने बदलते दौर में रेडियो का स्टाइल भी बदल दिया है इससे आज मार्केट में ब्लूटूथ और मोबाइल से कनेक्ट होने वाले रेडियो खूब पसंद किए जा रहे हैं

13 फरवरी को हर साल विश्व रेडियो दिवस (World Radio Day 2022) मनाया जाता है। दुनिया भर में सूचना के आदान-प्रदान और लोगों को शिक्षित करने में रेडियो की खास भूमिका रही है। इसकी मदद से युवाओं को उन विषयों की चर्चा में शामिल करने के लिए किया गया जो उनको प्रभावित करते हैं। साथ ही प्राकृतिक और मानव निर्मित आपदाओं के दौरान लोगों की कीमती जानों को बचाने में मदद की। रेडियो पत्रकारों के लिए उत्तम साधन था जिससे दुनियाभर की ख़बरों को लोगों से साझा करते थे।

रेडियो दुनिया भर में विविध दर्शकों से संवाद करने का एक अद्भुत माध्यम है। विश्व स्तर पर, रेडियो अभी भी सबसे अधिक खपत वाले माध्यमों में से एक है। यह लोकतंत्र को मजबूत करने और अन्यायपूर्ण प्रथाओं के खिलाफ आवाज उठाने में एक प्रमुख शक्ति के रूप में कार्य करता है।

इस दिन की शुरुआत के पीछे मुख्य उद्देश्य विभिन्न समुदायों की सेवा के लिए रेडियो स्टेशनों को बढ़ावा देना और विभिन्न पृष्ठभूमि के लोगों को बिना किसी डर के अपनी चिंताओं और दृष्टिकोणों को उठाने की अनुमति देना था।

विश्व रेडियो दिवस 2022 थीम
विश्व रेडियो दिवस 2022 का विषय “रेडियो और ट्रस्ट” के रूप में चुना गया है क्योंकि लोग अब इंटरनेट और सोशल मीडिया नेटवर्क में विश्वास नहीं रखते और इसमें गिरावट आई है। लोगों द्वारा रेडियो को सबसे भरोसेमंद समाचार स्रोतों में से एक के रूप में देखा जा रहा है।

क्यों मनाया जाता है यह दिवस?
13 फरवरी 1945 को संयुक्त राष्ट्र रेडियो से पहली बार प्रसारण हुआ था। रेडियो की इन अहमियतों को देखते हुए हर साल रेडियो दिवस मनाया जाता है। औपचारिक रूप से पहला विश्व रेडियो दिवस 2012 में मनाया गया। दरअसल आज संयुक्त राष्ट्र रेडियो की वर्षगांठ भी है। इसी दिन वर्ष 1946 में इसकी शुरुआत हुई थी।

इसका इतिहास
स्पेन रेडियो अकैडमी ने 2010 में पहली बार रेडियो दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा था। जिसके बाद 2011 में यूनेस्को की महासभा के 36वें सत्र में 13 फरवरी को विश्व रेडियो दिवस घोषित किया गया। वहीं 13 फरवरी को विश्व रेडियो दिवस के तौर पर यूनेस्को की घोषणा को संयुक्त राष्ट्र की महासभा ने 14 जनवरी, 2013 को मंजूरी दी।

Live Cricket Live Share Market

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here