हेमंत कुमार साहू,बालोद:-देश भर में प्रधानमंत्री द्वारा लोगो से कोरोना संक्रमण से बचने लगातार अपील की जा रही है हाल ही में लॉकडाउन की अवधि 3 मई तक बढ़ाने की भी घोषणा की गई है बावजूद इसके बालोद जिले के लोहारा विकासखंड अंतर्गत कई स्थानों पर इसका खुला उल्लंघन होते दिख रहा है। पुलिस इन पर कार्यवाही करने से बच रही है।
ताजा मामला हाल ही में संजारी पुलिस चौकी अंतर्गत ग्राम खेरथाबाजार का है जिसमें वहां संचालित उचित मूल्य की दुकान में तय कीमत से ज्यादा कीमत पर केरोसिन बेचने की बात कहते हुए तथा खुद को मीडिया से जुड़ा व पत्रकार बताते हुए 3 लोगो *खिलावन चंद्रकार, मोहन निषाद, त्रिभुवन मानिकपुरी* द्वारा सेल्समेन से जानकारी लेने के नाम पर वहां गए । जिसकी जानकारी लोगो को लगने के बाद वहां लॉकडाउन का उल्लंघन हुआ तथा भीड़ इकट्ठी हो गयी जिससे खुले आम सोशल डिस्टेंसिग का भी उल्लंघन किया गया। बाद में पता चला कि जिस बात को लेकर इतना बवाल किया जा रहा था वह बात ही फिसड्डी निकली । राशन दुकान में सबकुछ नियमानुसार ही संचालित हो रहा था। मौके पर खाद्य अधिकारी द्वारा जांच की गई पर कुछ भी गलत होना नहीं पाया गया।
यह है पूरा मामला:-
मामले में फूड इंस्पेक्टर आशुतोष चंद्राकर ने जानकारी देते हुए बताया कि उन्हें 8 अप्रैल को खेरथा उचित मूल्य की दुकान के सेल्समेन लोकेश सोनकर का फ़ोन आया कि कुछ लोग यहां राशन दुकान में आये है तथा खुद को मीडिया व प्रेस वाले बता रहे है तथा जानकारी मांग रहे है। जिसके बाद उनमें से एक ने उनसे फ़ोन पर जानकारी लेंने के लिए बात भी की। फूड इंस्पेक्टर ने बताया कि उस दौरान वह ग्राम पापरा में अपने शासकीय काम से गये हुए थे जहां से वह 1घंटे के बाद खेरथा के राशन दुकान में पहुचे। जहा उन तीनों द्वारा उन्हें केरोसिन को ज्यादा कीमत पर बेचने की बात कही गयी देखते ही देखते लॉकडाउन के बावजूद ग्रामीणो की भीड़ भी इकट्ठी हो गयी। उन कथित पत्रकारों द्वारा अधिकारी से शिकायत के बाद अधिकारी द्वारा दुकान में जांच भी की गई जिसमें कोई गड़बड़ी होना नही पाया गया । बाद में फूड इंस्पेक्टर द्वारा लॉक डाउन व सोशल डिस्टेंसिग का उल्लंघन की जानकारी एस डी एम को भी दी गयी जिसके बाद संजारी चौकी पुलिस वहां पहुची परंतु मामले में लीपापोती कर कोई कार्यवाही नही की, जिससे ऐसा प्रतीत होता है, कि पुलिस खुद पत्रकारों से मिली है तथा ये तथाकथित पत्रकार को कही ना कही पुलिस का संरक्षण प्राप्त है । जहां एक तरफ बालोद पुलिस की जमकर तारीफ हो रही है, वही दूसरी तरफ इस तरह की कार्यवाही पुलिस के काम मे कही ना कही मिलीभगत का अंदेशा देती है ।
पुलिस को जानकारी देने के बावजूद भी बेवजह माहौल बनाने वालो पर पुलिस ने नही की कार्यवाहि:-
मामले में जानकारी देते हुए फ़ूड इंस्पेक्टर आषुतोष चंद्राकर ने बताया कि लॉक डाउन होने के बावजूद भीड़भाड़ इकट्ठी होने व बेवजह राशन दुकान में माहौल बनाने की जानकारी एस डी एम को तुरंत दी गयी।जिसके बाद संजारी पुलिस चौकी प्रभारी इज़राल अहमद खान मौके पर भी पहुचे।अधिकारी ने पूरे मामले की जानकारी पुलिस को देने के बाद नियमानुसार कार्यवाही की बात पुलिस से कही, परंतु इसके बाद भी पुलिस द्वारा निष्क्रियता दिखाते हुए इसके लिए जिम्मेदार लोगों पर कोई कार्यवाही नही की गई।वही यह बात भी चर्चा में बनी हुई है कि क्या खुद को प्रेस से जुड़ा बताने वालों का पहचान पत्र देखा गया या फिर लॉक डाउन में खुले आम घूमने वाले उक्त लोगो को इसके लिए प्रशासन ने कोई अनुमति दी गई थी? यदि नही तो उन पर कोई कार्यवाही क्यो नही की गई ?
अब ये कह रहे जिम्मेदार:-
1)” केरोसिन की कीमत 38 रुपये 60 पैसे थी 40 पैसे की मुद्रा चलन में नही होने के कारण उसका लेंन देंन संभव नही हो पा रहा था अतः39 रुपये ही लिए जा रहे थे। शेष 40 पैसे समिती के खाते में ही रहता है जिसका हर साल ऑडिट भी होता है।वैसे भी केरोसिन की दर बदलती रहती है। उक्त तीनों लोगो द्वारा सेल्समेन से फ़ोन करवाने पर वहां पहुचकर जांच की गई ।सब कुछ नियमानुसार संचालन करना पाया गया। उनके आने के बाद भीड़भाड़ इकट्ठी हो गयी जिसकी सूचना एस डी एम को दे दी गयी थी।”
आशुतोष चंद्राकर
फ़ूड इंस्पेक्टर,बालोद
2) “सूचना पर वहां पहुचे थे खुद को मीडिया वाले बताने वाले *खिलावन चंद्राकर, मोहन निषाद व त्रिभुवन मानिकपुरी* वहां मौजूद थे।फूड इंस्पेक्टर भी मौके पर थे। 40 पैसे की राशि अधिक लेने की बात कहकर तीनो वहां आये थे। जो मुद्रा चलने में नही है उसे कैसे वापस कर सकते है।मामले में किसी पर कोई कार्यवाही नही की गई है।”
इज़राल अहमद खान
संजारी पुलिस चौकी
3) “बेवजह लॉक डाउन व सोशल डिस्टेंसिग का उल्लंघन करने वालो पर पुलिस द्वारा संख्त कार्यवाही की जाएगी। सार्वजनिक स्थलों पर बेवजह भीड़ इकट्ठा करना गलत है।इस मामले में जानकारी ली जाएगी, दोषी पाए जाने पर नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।”
अलीम खान
सी एस पी ,दल्लीराजहरा