बीजापुर:-केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों ने मंगलवार को छत्तीसगढ़ में एक गर्भवती महिला की मदद करके शानदार उदाहरण पेश किया। बीजापुर जिले के पड़ेड़ा गांव में गाड़ी मौजूद ना होने के चलते सीआरपीएफ के जवानों ने महिला को चारपाई पर लादकर सड़क तक पहुंचाया। बताया गया कि सड़क ना होने के कारण कोई गाड़ी भी गांव तक नहीं आ सकती थी। ऐसे हालात में सीआरपीएफ के जवानों ने छह किलोमीटर तक महिला को कंधे के सहारे सड़क तक पहुंचाया।
जानकारी के मुताबिक, सीआरपीएफ की 85वीं बटैलियन पड़ेड़ा के जंगलों में पट्रोलिंग कर रही थी। जवानों ने जब स्थानीय लोगों से उनके हालचाल पूछे तो कंपनी कमांडर अवनिशा राय को बताया गया कि एक महिला की तबीयत खराब है और उसको बच्चा होने वाला है। उन्होंने समय ना गंवाते हुए तुरंत ही महिला की मदद करने का फैसला कर लिया।
बताया गया कि सीआरपीएफ की टीमें लगातार गांवों में जाती रहती हैं इसलिए वहां के लोग उनपर भरोसा करते हैं। गर्भवती महिला की सूचना मिलने पर अविनाश राय अपनी टीम के फर्स्ट एड एक्सपर्ट के घर पर महिला बूदी के घर पहुंचे। यहां उन्हें पता चला कि महिला को बच्चा होने वाला है और उसे तुरंत डॉक्टर की जरूरत है।
पड़ेड़ा गांव मुख्य इलाकों से काफी दूर स्थित है और यहां कोई स्वास्थ्य केंद्र भी नहीं है। उसपर भी समस्या यह थी कि ठीक ठाक सड़क ना होने के कारण किसी गाड़ी या ऐम्बुलेंस का आ पाना भी संभव नहीं था। ऐसी स्थिति में भी सीआरपीएफ टीम ने हार नहीं मानी। टीम ने तुरंत ही एक चारपाई ली और उसमें रस्सी और बांस बांधकर उसे पालकी जैसा बना लिया। इसी पालकीनुमा चारपाई पर सीआरपीआएफ की टीम महिला को छह किलोमीटर तक ले गई।
मुख्य सड़क पर ले जाने के बाद वहां से गाड़ी का इंतजाम करके महिला को बीजापुर के जिला अस्पताल भेजा गया। सीआरपीएफ के इस मददगार रवैये से स्थानीय लोगों का फोर्स पर भरोसा और भी बढ़ गया है।
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