*वाट्सअप चो मया….*
(हल्बी नानी कहनी)
जगतुगुड़ा बलले जगदलपुर चो दलपतसागर सांगले कितरो कहनी चो सागर आय, ये चोय खंडे कितरो कहनी काड़ा उपजुन बिसाला आरू जीवना के चेताला, जोन चेतला हुनके भेदली जोन नी चेतला हुन चो आपलो ठान मेटली |
गांव चो बरसक नवकरीदार चो बड़े लाडरी बेटी मालती जगतुगुड़ा इसकुल ने मास्टरीन,तीनपुर सुंदर सरग सुंदरी दखले नंजर नी उतरे,मोबाइल ने इलो मिस्डकाल नंबर मन के वाट्सअप ने दखेसे,गोटोक नंबर दखुन नंजर हुताय मांडली | मालती बिचार करली कितरो सुंदर लेका मोचो मीत होले कितरो सुंदर फेर आपलो बाटले मेसेज ने hi.. लिखून पठाली,हेंव ले कांई जबाब नी इली,फेर मंगली आपलो बूता ने बिचार करते की किदलेदांय बले मेसेज दखलो ने तो जबाब दे दे | दिना तीन गेली फेर एक दिन मैसेज इली जेने बिहाव चो कारड रहे आरू लिखू रहे तुमी इया से चे आंय |
ये बाटे मालती चो बुद्दि गुपली,बामन चो मुसा खादलो मा, चिटपोट टोंड ले गोठ नी नीकरे, कोन मनुख आय बिहाव कारड जोन बले हवो मय तो नी जांये मान्तर मय तो येके मोचो मीत बनाउन चे रहेंदे असने बिचार बांदली आरू रोजे वाट्सअप ने मेसेज करूक मुरयाली | मालती चो मने तो दिन आउर दिन पाहते गेलो ने मया उपजते जाउन जागा होउन पिलखाली संगे संगे फूलूक धरली, मान्तर ये बाटे बिचारा कार्तिक तो मुरे नी जाने की मके मालती मने मन मया करेसे,दिन बादर मोबाइल चो मया ने पाहते गेली साल पाहली दूय साल पाहली ये बाटे जमा गोठ पूछ पचार होलो पासे मालती चो मया चो पूरे कार्तिक बले धोकड़ून गेलो आर आखिर ने जुवान मीत बनतो काजे राजी होलो | फेर मया फूलूक आरू पाकूक मुरयाली दिन पाहते जायसे |
एक दिन कार्तिक लगे वाट्सअप ने मालती बाटले गोटोक मेसेज इली तुय इतरो दिन ले मके चैट करसीत तुय मोचो जंवरिया नी आस,मोचो घर दुआर मके नंगत भायसे,मके लागेसे तुय मय झटाझट चैट करूंसे आमचो बेरा नाजुन अमरे मीत बांदतो चो, जोन बले होली मोचो तुचो हुनके भुलकून गेले नंगत होयदे |
कार्तिक काय बले आलका नी फूटली, बिचार करून थकलो, कांई मने बिचार नी फूटली फेर बिचार करलो जोन बलेसे सते बलेसे मय येचो बराबर चो नुंहाय जसन बले होवो नंगत रहो, बलून मेसेज ने पठालो… ओके, जसन तुय बल तुचो हरिक ने मोचो हरिक आय… Bye.
महेना तीन पाहली कार्तिक मन ने मीत जसन बले रूप ने होवो इतरो भीतर ले रहे, भूलकूक नी सकुन,दलपत सागर चो खंडे जाउन बसून गरी खेलतो के दखते रहे… बिचार करेसे चे… मोचो मीत मोचो सोन ढींडा,जोन ठाने रहा हरिक ने राहा दूसर संगे नी हींडा.सरलगा दखेसे लाफी ले हुनचोय बाटे सड़क ने स्कूटी ने बसून दूय झन ये सत स्कूटी पाठे मालती बसली से कार्तिक दखुन दखते चे रहे भक पाड़ून… मालती दखुन.. मुचकी मारून.. हात हलाउन… Hi चो इशारा करली, कार्तिक बिचारा कोटले रकत नी नीकरे… भकवा होलो गुपलो, आरू घरे रेंगलो |
जाते जाते बिचार करते जाये ये वाट्सअप तुचो कया.. फोकोट आय मालती चो मीत… वाट्सअप चो मया |
✍🏾©® *विश्वनाथ देवांगन’मुस्कुराता बस्तर’*
कोंडागांव बस्तर छत्तीसगढ़