व्यक्तित्व: एलीगेंट कॉलेज के प्राचार्य श्री अशोक जोशी के बचपन से लेकर अब तक के जीवन और कार्यों को यदि एक शब्द में वर्णित किया जाए तो वह शब्द होगा “शिक्षा और सेवा”

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कमलेश यादव: सादगीपूर्ण जीवन और बहुमुखी प्रतिभा के धनी श्री अशोक जोशी । अगर उनके बचपन से लेकर अब तक के जीवन और कार्यों को एक शब्द में वर्णित किया जाए तो वह शब्द होगा “शिक्षा और सेवा”। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के एलीगेंट कॉलेज के प्राचार्य श्री अशोक जोशी ने अनगिनत विद्यार्थियों को शिक्षा के प्रति प्रेरित किया है और समाज में एक नई सोच का संचार किया है। उनकी सकारात्मक सोच, उनका सामंजस्यपूर्ण व्यवहार विद्यार्थियों को नई ऊंचाइयों तक पहुंचने में मदद करता है। आइए जानते हैं उनके जीवन से जुड़ी रोचक बातें

प्रकृति द्वारा बहुमूल्य प्राकृतिक संसाधनों से नवाजे गए बस्तर संभाग को जोड़ने वाला खूबसूरत शहर धमतरी में 03 अक्टूबर 1964 को एक मध्यम वर्गीय परिवार में अशोक जोशी जी का जन्म हुआ। शुरू से ही मेधावी रहे अशोक जोशी की प्रारंभिक शिक्षा धमतरी में ही पूरी की। उच्च शिक्षा के लिए उन्होंने राजनांदगांव के दिग्विजय महाविद्यालय से बी. कॉम (गोल्ड मेडल), एम. काम, एम.ए (अर्थशास्त्र) की उपाधि प्राप्त की।

शिक्षा का सफर
सत्यदर्शन लाइव को श्री अशोक जोशी ने बताया की 1990 से 2009 तक “गौरव कॉमर्स और सीए” की कक्षाएं धमतरी राजनांदगांव में बेहतर तरीके से संचालित की। उसके बाद 2009 से वे “एलीगेंट कॉमर्स एंड आईटी कॉलेज” में प्राचार्य के पद पर पदस्थ हैं। उनके द्वारा पढ़ाए गए छात्र अलग-अलग क्षेत्रों में कार्य कर रहे हैं। वे न केवल अपने कालेज में प्रबंधक हैं बल्कि छात्रों के जीवन में प्रेरणा के स्रोत भी हैं।

श्री अशोक जोशी शिक्षा के प्रति अपने समर्पण और छात्रों के भविष्य में योगदान के लिए प्रेरणास्रोत हैं। उनका नेतृत्व, अनुशासन और मूल्य छात्रों और शिक्षकों दोनों के लिए मार्गदर्शक का काम करते हैं। उनके द्वारा राजनांदगांव के शासकीय कन्या महाविद्यालय कौरिनभाठा में 1995 और 1996 में दो वर्ष तक निःशुल्क सेवाएं दी गईं। कॅरियर मार्गदर्शन और सेमिनार आयोजित कर विद्यार्थियों को शिक्षा के क्षेत्र में प्रेरित करने का कार्य भी लगातार किया गया है।

उपलब्धि
महान व्यक्तित्व के धनी श्री अशोक जोशी को शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए अलग-अलग प्रतिष्ठित संस्थानों द्वारा कई सम्मान प्राप्त हुए हैं। जिसमे मुख्यतः डॉ राधाकृष्णन शिक्षक स्वाभिमान अवॉर्ड 2018, भारत शिक्षा रत्न अवार्ड दिल्ली 2019 हैं। उनके अद्वितीय शिक्षण विधियों और नेतृत्व कौशल के कारण वे शिक्षा समुदाय में एक प्रेरणास्रोत माने जाते हैं।

जरूरतमंद छात्रों की मदद
अपने शिक्षण करियर में श्री अशोक जोशी ने जरूरतमंद छात्रों को निःशुल्क कोचिंग भी दी है। आज भी कई छात्र उनके पास मार्गदर्शन के लिए आते हैं। वे हमेशा अपने छात्रों से कहते हैं कि “अगर आप मैदान में हार भी जाते हैं तो भी जीत सकते हैं, लेकिन अगर आप मन से हार जाते हैं तो जीतना मुश्किल है। मुसीबतें आपको तोड़ सकती हैं, लेकिन कभी भी अपने हौसले को टूटने न दें।”

सामाजिक सहभागिता
श्री अशोक जोशी जी ने सामाजिक क्षेत्र में अपनी उल्लेखनीय सहभागिता से समाज को लाभान्वित किया है। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में सुधार हेतु कई कार्यक्रम चलाए और ग्रामीण इलाकों में शिक्षा के महत्व को बढ़ावा दिया। मारवाड़ी गौड़ ब्राम्हण समाज के वरिष्ठ सक्रिय सदस्य है साथ ही शिक्षा प्रभारी के रूप में कार्य कर चुके हैं। उनकी नेतृत्व क्षमता और सामाजिक कार्यों ने कई लोगों को प्रेरित किया है। उनके प्रयासों से समाज में सकारात्मक बदलाव आया है।

संदेश
श्री अशोक जोशी जी विद्यार्थियों को सन्देश देते हुए कहते है कि , आपकी मेहनत और लगन से ही सफलता प्राप्त होती है। नियमित अध्ययन और सकारात्मक सोच बनाए रखें। कठिनाइयों से घबराएं नहीं, बल्कि उनसे सीखें। अनुशासन और समय प्रबंधन को अपनाएं। आपकी शिक्षा ही आपके उज्जवल भविष्य की कुंजी है। सदैव सच्चाई और ईमानदारी का पालन करें।

शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने के साथ-साथ श्री अशोक जोशी ने अनेक सामाजिक कार्यों में भी भाग लिया है, जिसमें निःशुल्क जयपुर पैर शिविर तथा राजनांदगांव जिले में दादा ग्रुप नामक संस्था शामिल है जो पिछले 10 वर्षों से रेलवे स्टेशन पर निःशुल्क भोजन की सुविधा उपलब्ध करा रही है। वे इसके सक्रिय सदस्य हैं। सत्यदर्शन लाइव उनके द्वारा किये गये कार्यों की प्रशंसा करता है।

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