गोपी साहू : दुनिया में कई ऐसे शहर है. जिन्हें उनकी खासियत के चलते उपनाम दिया गया है. भारत के भी ऐसे कई शहर हैं. जैसे जयपुर को पिंक सिटी कहा जाता है कोलकाता को सिटी आफ जॉय कहा जाता है. इस तरह नागपुर को ‘सिटी आफ ऑरेंज’ और ऑरेंज सिटी कहा जाता है. आखिर नागपुर के संतरे में ऐसी क्या खास बात है. जो यह पूरी दुनिया में इतना फेमस है. चलिए जानते हैं नागपुर के संतरे की क्या है खासियत.
नागपुर के संतरे के क्यों है इतने खास?
वैसे तो संतरों को अपने आप में ही बेहद शानदार फल माना जाता है. इसका टेस्ट लोगों को खूब पसंद आता है. नागपुर के संतरे अपने आप में अलग ही किस्म के होते हैं. इन संतरों में बाकी अन्य संतरो से ज्यादा मिठास होती है. इनके अंदर ज्यादा रस होता है और यह ज्यादा गूदेदार होते हैं. नागपुर के संतरों की डिमांड भारत में ही नहीं बल्कि भारत के बाहर भी काफी होती है.
नागपुर में खास तरह के संतरे उगाए जाते हैं. उनकी सबसे बढ़िया किस्म होती है मैंडरिन किस्म. यह संतरे पर्याप्त मात्रा में खट्टे और मीठे होते हैं. इनका छिलका भी बड़ा ही मुलायम होता है इन्हें आसानी से छील लिया जाता है. नागपुर के मैंडरिन संतरे भारत में मिलने वाली बाकी सभी किस्मों के संतरों से ज्यादा लोकप्रिय संतरे हैं. इनकी बहुत डिमांड रहती है.
नागपुर संतरे को मिल चुका है जीआई टैग
मैंडरिन किस्म में ही अलग प्रकार के संतरे होते हैं. जो विदर्भ क्षेत्र की सतपुड़ा पहाड़ियों में उगते हैं. इन संतरों को नागपुर संतरे कहा जाता है. साल 2014 में नागपुर संतरे को जीआई टैग दिया गया था. उत्पादों के गुण या प्रतिष्ठा उस खास जगह से जुड़ी हो तब जीआई टैग दिया जाता है. सरल शब्दों में कहें तो नागपुर में जैसे संतरे होते हैं वैसे भारत में कहीं और नहीं हो सकते.