मेरा रंग दे बसंती चोला,शहीद भगत सिंह देशभक्ति का वो अनूठा व्यक्तित्व जिसके देश के प्रति देशभक्ति का जुनून सदियो शताब्दियों तक कोई नही भुला सकता।आज के युवा पीढ़ियों के लिए उदाहरण है।
बिहार के एक गांव में शहीद भगत सिंह भगवान की तरह पूजे जाते है.वहां घर-घर मे उनकी तस्वीर लगी है.गांव की सीमा पर भगत सिंह की स्मृति में शहीद-ए-आजम प्रवेश द्वार बना है…
देश के स्वतंत्रता आंदोलन में क्रांतिकारी भगत सिंह का महत्वपूर्ण स्थान रहा है.अंग्रेजी हुकूमत ने उन्हें मौत की सजा दी,लेकिन लोगो ने उन्हें शहीद का दर्जा दिया है,बिहार के पूर्णिया जिले के धमदाहा स्थित हल्दीबाड़ी गांव में तो वे भगवान की तरह पूजे जाते है.वहां शहीद भगत सिंह के प्रति लोगो की ऐसी दीवानगी है कि स्कूल व कार्यालयों से लेकर घर-घर में भगत सिंह की तस्वीर लगी है.
हल्दीबाड़ी गांव धमदाहा अनुमंडल के बीकोठी प्रखंड की लतराहा पँचायत में मधेपुरा की सीमा पर है.गांव में भगत सिंह के प्रति लोगों की दीवानगी के पीछे की कहानी किसी को पता नही है,लेकिन दशकों से ऐसा होते चला आ रहा है।
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