लॉकडाउन और महामारी की वजह से भले ही बहुत सारे डॉक्टरों ने फीस बढ़ा दी हो। लेकिन इसी समाज में ऐसी भी डॉक्टर है जो मात्र दस रुपये में मरीजों को देखती हैं। मानवता की मिसाल कायम करने वाली ये डॉक्टर आंध्र प्रदेश के शहर कडापा की हैं। डॉक्टर नूरी अपने क्लीनिक में मात्र दस रुपये में मरीजों को देखती हैं। वहीं उनके क्लीनिक में भर्ती होने पर बेड का चार्ज प्रतिदिन के हिसाब से पचास रुपये लिया जाता है।
मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखने वाली नूरी कडापा के फातिमा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस से एमबीबीएस की हुई हैं। पढाई पूरी करने के बाद वापस अपने शहर विजयवाड़ा जाने के नूरी ने कडापा की गरीब बस्ती में अपना क्लीनिक खोल दिया। माता-पिता को नूरी ने क्लीनिक खोलने के बाद अपने इस फैसले के बारे में बताया कि वो यहीं रहकर गरीबों की सेवा करेंगी तो उनके माता-पिता बेहद खुश हुए। उन्हें अपनी बेटी पर गर्व है। हालांकि नूरी को समाज सेवा खून में मिली है। उनके माता-पिता जो कि विजयवाड़ा में रहते हैं। उन्होंने तीन अनाथ बच्चों को गोद लेकर उनकी परवरिश की है। वहीं नूरी की इस समाज सेवा की वजह से कडापा के लोग उन्हें प्यार से मदर टेरेसा कहकर बुलाते हैं।