आपने Hachi: A Dog’s Tale मुवी देखी होगी। ये फिल्म एक कुत्ते और उसके मालिक के ऊपर बनी है। इस फिल्म में कुत्ते और उसके मालिक के बीच की बॉन्डिंग को दिखाया गया है की किस तरह मालिक की मौत के बाद हाची(कुत्ते का नाम) हर रोज एक ही जगह पर बैठ कर अपने मालिक का इंतजार करता है और अंत मे वहीं पर उसकी मौत हो जाती है। यह फिल्म असली कहानी पर बनी है और इसे देखकर आप कहेंगे की कुत्ते से ज्यादा वफादार जानवर और कोई नहीं होते। चलिए फिल्म अगर रहने दें तो हमने ऐसे कई वीडियो देखे है जिसमें वो मालिक की रक्षा से लेकर उनकी जिंदगी के हर छोटे से बड़े कम में भी उनका हाथ बंटाते है। हम इन्हें दुखी होने से लेकर खुश होते हुए भी देखते हैं।
हाल ही में बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत का पालतू कुत्ता फज़ सुर्खियों में आया था जो उनकी मौत के बाद काफी दुखी था और अपने प्यारे से डैडी का ढूंढ रहा था। चलिए ये तो फिल्म स्टार का कुत्ता था अब हम आपको जिस कुत्ते के बारे में बताने जा रहे है वह है एक साधारण सा पालतू कुत्ता है जिसने मुन्नार में हुई लैंडस्लाइड में जान गंवाने वाले अपने मालिक के शव को ढूंढ निकाला।
आपको बता दें कि इस पालतू कुत्ते का नाम कुवी है। अपने मालिक के लिए ये जिस तरह से परेशान है औऱ जिस तरह से वह उन्हें ढूंढ रही है इसके वीडियो और तस्वीरें देखकर आपको दिल दहल जाएगा। इस महीने के शुरुआत में केरल के मुन्नार में भयानक लैंडस्लाइड हुई थी। इसी लैंडस्लाइड ने कुवी ने अपने मालिक को खो दिया। इस लैंडस्लाइड में 81 लोगों के घर बह गए लेकिन अगले दिन जो तस्वीरें सामने आई वो दर्दनाक थी। इन बह गए घरों के मलबे में कुवी अपने मलिक और परिवार को ढूंढ रही थी। कुवी को ऐेसे बेचैन देख लोगों को काफी तरस आया लेकिन किसे पता था कि इस ये पालतू कुत्ता एक आर्मी के ट्रेंड कुत्ते की तरह इस मलबे में से शव की शिनाख्त कर लेगा।
पिछले सप्ताह इस आपदा के आठ दिन बाद कुवी ने बचाव दल के साथ मिलकर और उनका नेतृत्व करते हुए ढाई साल की बच्ची के शव की खोज की जो इस लैंडस्लाइड में लापता थी। पता चला कि इस बच्ची का नाम धनुष्का है जो कि कुवी को अपनाने वाले परिवार का हिस्सा है। लैंडस्लाइड वाली जगह से चार किलोमीटर दूर एक नदी के मलबे के बीच धनुष्का का शव फंसा मिला, जिसे कुवी ने ढूंढ निकाला और बचाव दल का नेतृत्व किया। वह अपने साथ खेलने वाले के नुकसान को सहन नहीं कर सका और जब धनू के शरीर को बाहर लाया गया तो वह उसके सामने गिर गया। इस दुःख को देखकर वहां पर मौजूद लोगों की भी आंखे भर आई।
धनु की लाश मिलने के बाद से ही कुवी शोक की स्थिति में थी और कुछ भी नहीं खाया। लोगों ने उसको खिलाने की बहुत कोशिश की लेकिन उसने कुछ भी नहीं खाया। खुशी की बात ये रही की काफी दिनों की कोशिश के बाद इन लोगों को सफलता मिली और केरल पुलिस डॉग स्क्वायड के प्रशिक्षक अजित माधवन ने कुवी का विश्वास जीत लिया। इतनों दिनों के बाद आखिर में कुवी ने खाना खाया और माधवन से काफी परिचित हो गई।
इस जांबाज कुत्ते को अब यूं ही नहीं छोड़ा जायेगा क्योंकि अब अजिव माधवन जो मुन्नार में बचाव दल का हिस्सा है कुवी को गोद लेने का मन बना चुके हैं। माधवन जो कुत्तों से प्यार करते हैं कुवी को अपनाना चाहते हैं। बता दें कि कुवी इस भूस्खलन में दादी को छोड़कर अपने सभी परिवार के सदस्यों को खो चुकी है।