राजनांदगांव। कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के महासचिव आफताब अहमद ने देश में चल रही इतनी भयंकर महामारी के दौरान देश की राजधानी दिल्ली में तब्लीगी जमात के इतनी बड़ी लापरवाही का घोर निंदा करते हुए तब्लीगी जमात पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने केंद्र व राज्य सरकार से अपील की है और ये भी बताया कि निजामुद्दीन दरगाह और तबलीगी मरकज दोनों की विचारधारा अलग-अलग है। सुन्नी समाज द्वारा हमेशा इस जमात का विरोध किया गया है। इस जमात के लोगो का हमारे मस्जिद और मजारो यहां तक की शादियों में भी आने जाने में प्रतिबंध है।
श्री अहमद ने ये भी बताया कि देश इन दिनों ऐसी परिस्थिति से गुजर और इस बीच इस जमात का इस्तेमा करना समझ के बाहर है, इस आयोजन में देश के विभिन्न जगहों से लोग आए थे, जबकि जनता कर्फ्यू की घोषणा 3 दिन पहले से हो चुकी थी, फिर इनका इस्तेमा निरस्त किया जा सकता था, इस लापरवाही में तब्लीगी जमात के साथ-साथ दिल्ली सरकार व पुलिस की भी लापरवाही उजागर होती है।
उन्होंने ये भी बताया कि देश की सभी सुन्नी मुस्लिम मस्जिदों और मजारो में जनता कर्फ्यू के समय से आने जाने में प्रतिबंध है। लॉकडाउन का पालन करते हुए लोग नमाज घरो में ही अदा कर रहे है और इस लड़ाई में देश का पूरी तरह सहयोग कर रहे है, जहां देश भयंकर महामारी से बाहर आ रहा था, ऐसे समय में तब्लीगी जमात के इस इस्तेमें से देश मे संक्रमण के मामले बढ़ा दिए है।
हमारा देश इस बीमारी से बहुत अच्छी तरह लड़ रहा था, इस कार्यक्रम में राजनांदगांव के भी कुछ लोग शामिल थे, उन पर कार्यवाही की जानी चाहिये और तब्लीगी जमात पर पूरे देश मे प्रतिबंध लगाने की मांग की है।