सत्यदर्शन इतिहास…आइये जाने छत्तीसगढ़ के राजधानी रायपुर को…

328

रायपुर:-छत्तीसगढ़ राज्य की राजधानी रायपुर को पुराने भवन और किलों के अवशेषों को देखते हुए इतिहासविद  9वी शताब्दी में अस्तित्व में आना मानते है,लेकिन ज्यादातर लोगों का यह मानना है कि रायपुर 14 शताब्दी में बसा था।रायपुर कलचुरि राजाओ की कनिष्ठ शाखा की राजधानी था,जो कि अतिदीर्घकाल तक छत्तीसगढ़ के दक्षिणी अठारह किलों पर राज्य करते रहे।देश के इस भाग में 1750 से 1818 ई.तक मराठा शासन के दौरान रायपुर केवल एक परगना मुख्यालय रह गया था।उस समय भी यह नगर सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ में एक महत्वपूर्ण नगर था।

रायपुर जिले की स्थापना 1861 में हुआ था,यहां तहसील आरंग,अभनपुर,रायपुर,तिल्दा और विकासखण्ड धरसींवा,आरंग,तिल्दा,अभनपुर है।रायपुर शहर का क्षेत्रफल 2914.37 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है।यहाँ मुख्यतः जनजातियां, गोंड,भुंजिया,अगरिया,बैगा,कोंध,कमार, सवरा, कंवर,पारधी,बिंझवार,धनवार,सौंता, भैना,परधान है।पर्यटक स्थल,दूधाधारी मठ और मंदिर,हटकेश्वर महादेव मंदिर,महंत घासीदास मेमोरियल म्यूजियम,जगन्नाथ मंदिर,श्वेताम्बर जैन मंदिर,आरंग,और नन्दनवन है।खारुन और महानदी दोनों जिले के जीवनदायिनी नदी है।रायपुर संभाग में 5 जिले आते है,रायपुर,धमतरी,महासमुंद,गरियाबंद,बलौदाबाजार सम्मिलित है।

(यदि आपको इस कहानी से प्रेरणा मिली है या आप अपने किसी अनुभव को हमारे साथ बांटना चाहते हों तो हमें satyadarshanlive@gmail.com लिखें,
या Facebook पर satyadarshanlive.com पर संपर्क करें | आप हमें किसी भी प्रेरणात्मक ख़बर और  वीडियो 7587482923 व्हाट्सएप में भेज सकते हैं)

Live Cricket Live Share Market