कमलेश यादव,पंजाब:-किसी ने क्या खूब कहा है” शरीर से ही बड़े होना मन से नही”सीखने के लिए ताउम्र अपने आपको विद्यार्थी ही समझना।क्योकि जिंदगी सीखने का नाम है।ऐसा ही वाक्या हुआ एक शख्सियत के साथ जिन्होंने 83 साल की उम्र में मास्टर्स की डिग्री हासिल करके, सोहन सिंह गिल ने साबित कर दिया है कि सीखने में कभी देर नहीं होती। वार्षिक दीक्षांत समारोह में जालंधर के एक विश्वविद्यालय द्वारा डिग्री प्रदान किए जाने पर उन्हें बहुत सराहना मिली। होशियारपुर के दाता गाँव के निवासी, गिल ने 1957 में खालसा कॉलेज, माहिलपुर से स्नातक की पढ़ाई पूरी की और अगले वर्ष अमृतसर के खालसा कॉलेज से अध्यापन का कोर्स करने के बाद पढ़ाई छोड़ दी।
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