medicinal plants : औषधीय पौधे अपने कई गुणकारी लाभों के लिए जाने जाते हैं. पर क्या आप जानते हैं कि औषधीय पौधे का सबसे अधिक उत्पादन किस राज्य में होता है? यानी कहां से पूरे देश में सबसे अधिक आता है औषधीय पौधा. इसके लिए पढ़ें ये रिपोर्ट-
औषधीय पौधों को दवा बनाने के साथ-साथ अन्य कई जरूरी कार्यों में उपयोग किया जाता है. इनकी मांग देश-दुनिया में बरकरार रहती है. यही वजह है कि किसान इन पौधों की खेती की तरफ बहुत तेजी से आकर्षित हो रहे हैं और बेहतर मुनाफा भी कमा रहे हैं.
भारत में सबसे अधिक औषधीय पौधे का उत्पादन राजस्थान में होता है. यानी औषधीय पौधे उत्पादन के मामले में राजस्थान राज्य अव्वल है. यहां के किसान हर साल बंपर मात्रा में इन पौधों की खेती करते हैं. देश की कुल औषधीय पौधे के उत्पादन में राजस्थान की 37.01 फीसदी की हिस्सेदारी है.
अगर बात करें औषधीय पौधों की तो इसमें तुलसी, अश्वगंधा, एलोवेरा, लेमन ग्रास, गिलोय और पुदीना जैसे कई औषधीय पौधे शामिल हैं. वहीं उत्पादन के मामले में दूसरे स्थान पर तमिलनाडु है. देश के कुल औषधीय उत्पादन में इस राज्य की हिस्सेदारी 23.58 फीसदी है.
मेडिसिनल प्लांट उगाने में किसानों को मौसम को लेकर कोई टेंशन नहीं रहती है. इसके लगभग सभी पौधे किसी भी महीने में लगाए जा सकते हैं. वहीं उत्पादन के मामले में भारत के टॉप तीन राज्यों में तीसरा नंबर मध्य प्रदेश का है. यहां औषधीय पौधों का 19.78 फीसदी उत्पादन होता है.
भारत की कम उपजाऊ वाली भूमि पर भी औषधीय पौधों की खेती की जा सकती है. अब जान लीजिए कि छत्तीसगढ़ औषधीय पौधों के उत्पादन में चौथे नंबर पर है. इस राज्य के किसान हर साल 7.22 फीसदी उत्पादन करते हैं.
कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय (MoA&FW) के आंकड़ों के अनुसार औषधीय पौधों की पैदावार में पांचवें स्थान पर बिहार है. यहां के किसान हर साल 3.59 फीसदी उत्पादन करते हैं. वहीं ये पांच राज्य मिलकर 90 फीसदी औषधीय पौधों की पैदावार करते हैं.