कमलेश यादव: हम अक्सर बाढ़ और आग जैसी प्राकृतिक आपदाओं का सामना करते हैं और नगर सेनानी की टीम हमेशा हमारी मदद के लिए तैयार रहती है। क्या हम अपने जिले के उन अधिकारियों को जानते हैं जिनके नेतृत्व में सीमित संसाधनों के बावजूद कानून व्यवस्था और आपदा प्रबंधन बेहतर तरीके से संचालित हुआ है? आज हम आपको एक दृढ़ निश्चयी और साहसी अधिकारी श्री अरुण कुमार सिंह के बारे में बताएंगे जो वर्तमान में राजनांदगांव जिले के जिला सेनानी एवं अग्निशमन अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं, उनका जीवन प्रेरणा का प्रतीक है।
गौरतलब है कि श्री अरुण सिंह की शिक्षा अंबिकापुर में हुई, जहाँ उन्होंने जूलॉजी में एमएससी, विधि स्नातक और समाजशास्त्र में एमए की डिग्री प्राप्त की। अपने परिवार की सैन्य पृष्ठभूमि से प्रेरित होकर, उनका जीवन का उद्देश्य शुरू से ही राष्ट्र की सेवा करना रहा है। उनके पिता श्री बी.एस. सिंह शिक्षा विभाग में अधिकारी थे, और उनकी माता स्वर्गीय श्रीमती गिरजा सिंह ने उन्हें अनुशासन और मूल्यों की शिक्षा दी। परिवार के अधिकांश सदस्य सुरक्षा बलों में थे, जिससे उन्हें देश की सेवा करने की प्रेरणा मिली।
1997 में श्री अरुण सिंह का प्लाटून कमांडर के रूप में चयन हुआ, और 2010 में उन्हें कंपनी कमांडर के पद पर पदोन्नत किया गया। वर्तमान में वे राजनांदगांव जिले के जिला सेनानी के पद पर कार्यरत हैं। अपनी इस भूमिका में वे न केवल कानून व्यवस्था बल्कि अग्निशमन का भी दायित्व बखूबी निभाए हैं।उन्होंने अग्निशमन के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए सैकड़ों जगहों पर कार्यक्रम आयोजित किए हैं, ताकि लोग सुरक्षित रहें और किसी भी आपात स्थिति का सामना करने के लिए तैयार रहें।
आपदा प्रबंधन
भौगोलिक दृष्टि से राजनांदगांव जिला बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में आता है। बाढ़ प्रबंधन में जिला सेनानी श्री अरुण कुमार सिंह की अहम भूमिका रही है। उनके नेतृत्व में बाढ़ के दौरान लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने, राहत सामग्री वितरित करने तथा पानी की निकासी के प्रयास किए गए। श्री सिंह ने अपने अनुभव से आपदा प्रबंधन को व्यवस्थित और कुशल बनाया, जिससे आपदा के दौरान जनजीवन को सुरक्षित रखने तथा सामान्य स्थिति में लौटने में मदद मिली।
अद्वितीय साहस का परिचय
आग लगने की घटनाओं को नियंत्रण करने के लिए उनकी टीम हमेशा सतर्क रहती है। जिला कमांडर ऑफिसर श्री अरुण कुमार सिंह ने आग लगने की घटनाओं में अद्वितीय साहस का परिचय दिया है। उनके नेतृत्व में टीम ने न केवल आधुनिक उपकरणों की मदद से आग पर काबू पाया बल्कि स्कूलों, कॉलेजों और विभिन्न संस्थानों में जागरूकता कार्यक्रम भी चलाए, जिससे लोगों में सुरक्षा के प्रति सतर्कता बढ़ी। उनकी सेवाएं वाकई प्रेरणादायी हैं।
जिला सेनानी एवं अग्निशमन अधिकारी अरुण कुमार सिंह की सेवा भावना और समर्पण उनके काम में साफ़ दिखाई देता है। उनकी नेतृत्व क्षमता का एक उदाहरण तब देखने को मिला जब उन्होंने सीमित बल के साथ भी आपदाओं और अन्य चुनौतियों का बहादुरी से सामना किया। उनकी सोच हमेशा कुछ नया करने की रही है, जो उनके काम में भी झलकती है।
श्री अरुण कुमार सिंह की प्रेरणादायक जिंदगी हर उस युवा के लिए संदेश है जो अपने देश के लिए समर्पित है। उनका जीवन और कार्य हमें सिखाता है कि देश की सच्ची सेवा के लिए केवल उच्च शिक्षा ही नहीं बल्कि दृढ़ संकल्प और समर्पण की भी आवश्यकता होती है। उनके जीवन का हर पल और हर उपलब्धि हमें बताती है कि कैसे एक सच्चा अधिकारी चुनौतियों का सामना करते हुए भी अपना कर्तव्य निभाता है।