भविष्य की जरूरतों के अनुसार खेती…अपने नाम के अनुरूप उत्कृष्ट किसान नवीन परमार जी विभिन्न प्रयोगों के माध्यम से कृषि क्षेत्र में नवाचार ला रहे हैं

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कमलेश यादव : अब प्रदेश में परंपरागत कृषि से हटकर नई तकनीक और सोच के साथ खेती हो रही है। कुछ ऐसा ही किया है छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में रहने वाले उत्कृष्ट किसान नवीन परमार ने। उन्होंने यह साबित कर दिया है कि यदि कोई व्यक्ति कुछ करने की ठान ले और उसके अनुसार मेहनत करने लगे, तो उसे सफलता मिलती ही है। अपने नाम के अनुरूप नवीन परमार जी विभिन्न प्रयोगों के माध्यम से कृषि क्षेत्र में नवाचार ला रहे हैं। आज इनका नाम प्रदेश के प्रगतिशील किसानों में शामिल है।

गौरतलब है कि परमार फार्म प्रोडक्ट्स के संचालक नवीन कुमार परमार ने अपनी असाधारण मेहनत और लगन से कृषि के क्षेत्र में एक प्रेरणादायक पहचान बनाई है। आज वे विभिन्न प्रकार की खेती कर रहे हैं। स्थानीय बाजार के अलावा खेतों से सब्जियां दिल्ली, कर्नाटक, बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे बड़े राज्यों में भी जाती हैं। लेकिन उनकी सफलता के पीछे संघर्ष और कड़ी मेहनत की एक लंबी कहानी है।

कृषि गुरु का मार्गदर्शन
नवीन जी की सफलता में कृषि गुरु श्री विमल चावड़ा जी का अहम योगदान है। श्री चावड़ा जी ने उन्हें खेती के लिए वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रेरित किया। उनकी सलाह और ज्ञान के आधार पर नवीन जी ने खेती के पारंपरिक तरीकों को छोड़कर तकनीकी सुधार अपनाए और अपने खेतों में नवीनतम उपकरणों और विधियों का प्रयोग किया।

इजराइल से प्राप्त अनुभव
खेती में नवाचार की खोज में नवीन जी ने इजराइल की यात्रा की, जो कि उन्नत कृषि तकनीक के लिए प्रसिद्ध है। वहां की कृषि प्रणाली से प्रेरित होकर, उन्होंने अपने खेतों में आधुनिक सिंचाई तकनीक, जैसे ड्रिप इरिगेशन और स्मार्ट तकनीकों का समावेश किया। उनकी बाड़ी अब हवा की गति, आर्द्रता, तापमान, और बारिश की संभावना के आधार पर बीमारियों की भविष्यवाणी करने में सक्षम है। यह तकनीकी नवाचार उनके खेतों को सिर्फ उत्पादन में नहीं, बल्कि गुणवत्ता में भी अग्रणी बनाता है।

संघर्ष और चुनौतियाँ
कृषि क्षेत्र में सफलता की राह आसान नहीं थी। मजदूरों की कमी, मौसम की अनिश्चितता और लगातार बढ़ती प्रतिस्पर्धा ने उन्हें कई बार मुश्किलों का सामना करना पड़ा। इन चुनौतियों के बावजूद नवीन जी ने हार नहीं मानी। वे अपनी कुशल खेती के बल पर समस्याओं का समाधान ढूंढते रहे।

किसानों की मदद
नवीन परमार जी के खेतों पर अन्य किसान भी जानकारी लेने आते हैं। उनका मानना ​​है कि कृषि के विकास के लिए सभी किसानों को तकनीकी सहायता और जानकारी देना बहुत जरूरी है।वे अपने क्षेत्र के किसानों को आधुनिक कृषि उपकरणों और तकनीकों के बारे में लगातार शिक्षित करते रहते हैं और उनकी समस्याओं का समाधान खोजने में उनकी मदद करते हैं। उनका उद्देश्य है कि अन्य किसान भी आधुनिक कृषि का लाभ उठा सकें और अपनी आर्थिक स्थिति को बेहतर बना सकें।

प्रेरणा
नवीन जी को खेती के प्रति यह अभिनव सोच उनके पिता श्री जाधव जी परमार से मिली है। पिता जी के अनुभव और मार्गदर्शन ने उनको खेती में नवीनतम तकनीक और आधुनिक तरीकों का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया है। उनका उद्देश्य न केवल अधिक उत्पादन करना था, बल्कि भविष्य की जरूरतों के अनुसार खेती को उन्नत और तकनीकी रूप से कुशल बनाना भी था।

उत्कृष्ट किसान नवीन परमार का आधुनिक खेती के प्रति दृष्टिकोण सिर्फ व्यावसायिक नजरिए से नहीं है, बल्कि उनके लिए यह एक मिशन है। वे फलों और सब्जियों की खेती को बढ़ावा देने के साथ-साथ खाद्यान्न उत्पादन को बेहतर बनाने के लिए काम कर रहे हैं। उनका सपना है कि उनकी तरह दूसरे किसान भी तकनीकी नवाचारों का लाभ उठाकर अपनी खेती को आधुनिक और लाभकारी बना सकें।

 

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