कमलेश यादव : सन टू ह्यूमन फाउंडेशन राजनांदगांव द्वारा हाल ही में शिवनाथ नदी तट के समीप स्थित मोहारा शिव मंदिर नाभी वन में वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम पर्यावरण संरक्षण एवं प्राकृतिक संतुलन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित किया गया, जिसमें विभिन्न प्रकार के फलदार, छायादार, औषधीय एवं अन्य लाभकारी 31 प्रजातियों के पौधे रोपे गए।
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य लोगों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता फैलाना और हरियाली को बढ़ावा देना था। इस अवसर पर फाउंडेशन के सदस्य जवाहर सिन्हा ने कहा कि वृक्षारोपण से न केवल पर्यावरण की रक्षा होती है बल्कि आने वाली पीढ़ी को स्वच्छ और हरा-भरा वातावरण भी मिलता है। उन्होंने कहा कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए ऐसे कार्यक्रम बहुत जरूरी हैं।
कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों ने बड़े उत्साह के साथ पौधारोपण में भाग लिया। इस वृक्षारोपण अभियान में औषधीय पौधे लगाए गए। ये पौधे न केवल पर्यावरण को स्वच्छ बनाने में सहायक होंगे, बल्कि अपने औषधीय गुणों के कारण स्थानीय निवासियों के स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाएंगे।
सन टू ह्यूमन ने कार्यक्रम के प्रेरणा स्रोत गौतम ओस्तवाल, ज्ञानेंद्र तिवारी, धर्मेंद्र काकरिया, राजू पारख, डॉ. डीसी जैन, प्रकाश देवांगन, हरीशंकर झार राय, हरजीत भाटिया, शंभूनाथ बावरिया, प्रतीक अग्रवाल, का आभार व्यक्त किया है। इस अवसर पर सन टू ह्यूमन फाउंडेशन के रामनिवास गुप्ता, मनीष जैन, डॉ नरेंद्र नाहटा, रेख चंद जैन, कुशल साहू, मुकेश मोटवानी, विनोद श्रीरंगे, सुमित बावरिया, राजू डागा, सुनील साहू, धर्मेंद्र साहू, गोपाल गुप्ता, परेश वर्मा, शरद गुप्ता, अनिल जैन, नवीन गुप्ता, बुद्धसेन जैन, पार्षद अवधेश प्रजापति, खिलेश्वर निषाद, अमित साहू, देवेश ठाकुर, चंद्र भान पुंडे, अजय लोहिया, सुनीता लोहिया, तथा योग ध्यान सेवा समिति के मंजुला तिवारी, प्रतिमा चौधरी, राजीव यादव अजातशत्रु, मीना देवांगन, राधिका खंडेलवाल, रूपेंद्र शर्मा, राम प्रजापति, अजय ठाकुर, खिलेश्वर निषाद, सहित बहुत से वार्ड वासी उपस्थित थे।
सन टू ह्यूमन फाउंडेशन की इस पहल की स्थानीय लोगो ने खूब सराहना की। फाउंडेशन की टीम ने आश्वासन दिया कि वे क्षेत्र में पौधे लगाने के बाद उनकी देखभाल और सुरक्षा की नियमित निगरानी करेंगे। इस प्रेरक कार्यक्रम ने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है और इस दिशा में अन्य संगठनों और व्यक्तियों को भी प्रेरित किया है।
इस तरह के प्रयास न केवल पर्यावरण को संरक्षित करते हैं, बल्कि समाज में जागरूकता और एकता की भावना भी पैदा करते हैं। सन टू ह्यूमन फाउंडेशन की यह पहल एक उदाहरण है कि कैसे छोटे-छोटे प्रयास मिलकर बड़े बदलाव ला सकते हैं।