फौजी परिवार के वीर बेटे बिपिन रावत, बचपन से ही बनना चाहते थे सैनिक

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चीफ ऑफ डिफेंस स्‍टाफ, जनरल बिपिन रावत (CDS Gen Bipin Rawat) की हेलीकॉप्‍टर दुर्घटना (chopper crash)में निधन से देश स्‍तब्‍ध है. जनरल रावत, उनकी पत्‍नी सहित 14 लोग भारतीय वायुसेना के जिस हेलीकॉप्‍टर में सवार थे, वह आज दोपहर तमिलनाडु के नीलगिरि जिले में दुर्घटनाग्रस्‍त हो गया. Mi सीरीज के हेलीकॉप्‍टर ने सुलुर (Sulur) आर्मी बेस से उड़ान भरी थी, इसके कुछ ही देर बाद यह नील‍गिरी में दुर्घटनाग्रस्‍त हो गया.इस हेलीकॉप्‍टर हादसे के साथ ही देश ने जनरल बिपिन रावत के रूप में एक जांबाज सैन्‍य ऑफिसर को खो दिया.

उन्होंने पूर्वी सेक्टर में LAC पर एक इन्फैंट्री बटालियन और कश्मीर घाटी में राष्ट्रीय राइफल्स सेक्टर की कमान संभाली थी. इसके बाद, उन्होंने कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (DRC) में चैप्टर VII मिशन में एक बहुराष्ट्रीय ब्रिगेड की कमान संभाली. उन्हें जम्मू और कश्मीर में नियंत्रण रेखा के साथ एक इन्फैंट्री डिवीजन की कमान सौंपी गई और वो नोर्थ-ईस्ट में कोर कमांडर रह चुके थे. एक सेना कमांडर के रूप में वो वेस्टर्न मोर्चे के साथ डेजर्ट सेक्टर की भी कमान संभाल चुके थे.

जनरल रावत ने सेना के कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों को संभाला था. वो भारतीय सैन्य अकादमी देहरादून और जूनियर कमांड विंग में सीनियर प्रशिक्षक के अलावा वह सैन्य संचालन निदेशालय (Military Operations Directorate) में जनरल स्टाफ ऑफिसर, कर्नल और बाद में सैन्य सचिव की शाखा में उप सैन्य सचिव, पूर्वी थियेटर के मेजर जनरल, जनरल स्टाफ और भारतीय सेना के सेनाध्यक्ष रहे थे. जनरल रावत 31 दिसंबर 2016 से 31 दिसंबर 2019 तक आर्मी चीफ रहे.

उन्होंने डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज वेलिंगटन और कमांड एंड जनरल स्टाफ कोर्स, फोर्ट लीवेनवर्थ, US से ग्रेजुएशन किया है. इसके इलावा उन्होंने महू में हायर कमांड कोर्स में भाग लिया है और नेशनल डिफेंस कॉलेज, नई दिल्ली से भी पढ़ाई की है. एकेडमिक रूप से जनरल ने राष्ट्रीय सुरक्षा और सैन्य नेतृत्व पर कई लेख लिखे हैं जो कई मैग्जीन में प्रकाशित हो चुके हैं. उनके पास मैनेजमेंट और और कंप्यूटर एजुकेशन में भी दो डिप्लोमा हैं.

चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी, मेरठ द्वारा जनरल को ‘मिलिट्री मीडिया स्ट्रैटेजिक स्टडीज’ (Military Media Strategic Studies) पर उनकी रिसर्च के लिए ‘डॉक्टरेट ऑफ फिलॉसफी’ (पीएचडी) से सम्मानित किया गया. अपने 42 साल के सर्विस करियर में विशेष सेवा और वीरता के लिए, जनरल बिपिन रावत को कई राष्ट्रपति पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है, जिसमें PVSM, UYSM, AVSM, YSM, SM, ADC और VSM शामिल थे.

इसके अलावा, उन्हें दो मौकों पर थल सेनाध्यक्ष प्रशस्ति और सेना कमांडर के प्रशस्ति से भी सम्मानित किया जा चुका है. कांगो में संयुक्त राष्ट्र के साथ सेवा करते हुए, उन्हें दो बार फोर्स कमांडर्स कमेंडेशन से सम्मानित किया गया था. बता दें, 31 दिसंबर 2019 को जनरल बिपिन रावत को भारत का पहला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ नियुक्त किया गया.

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