_*सत्यदर्शन साहित्य*_ सत्यदर्शन साहित्य में….आज अन्तर्राष्ट्रीय पटल पर मशहूर छत्तीसगढ़ बस्तर के युवा हस्ताक्षर *विश्वनाथ देवांगन उर्फ मुस्कुराता बस्तर* जिनकी पंक्तियों में गांव,गरीब और प्रकृति की खुशबू आती है,,,,,,,,,,,,जिसमें पढ़ेंगे हम *आधुनिकता का चोला ओढ़े,नकाबपोश सभ्य समाज और तंगहाल गरीबी के बीच की दर्द दास्तां को बयां करती पंक्तियां…..* _*इन्कलाब…*_

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इन्कलाब….
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अपने घर की,
छत की ढलाई के बाद,
मेरी झोपड़ी की,
मरम्मत याद आती है |
अपने फार्म में,
खाद पानी की बौछार,
फिर,
सूखे की बात आती है |
आलीशान आशियाना,
तुम दीवान में सोकर,
मेरी चिन्ता करते हो |
वोट बैंक के लिए,
झोली भरते फिरते हो |
चुनावी एजेंडा हो गए,
ये सूखाग्रस्त अकाल,
पेट के लिए,
होगा दिखावटी बवाल,
सुनो हम भी,
खेतों को मौन धारण करवाएंगे,
बैलों से भाषण दिलवाएंगे,
रैलियां निकलेंगी,
नारे लगेंगे –
भूख बवाल जिन्दाबाद,
पेट का सवाल इन्कलाब |
!✍© *विश्वनाथ देवांगन’मुस्कुराता बस्तर’*
कोंडागांव बस्तर छत्तीसगढ़
मोबाइल: 07999566755

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