तापमान हाई पर सर्वर डाउन…चिलचिलाती धूप में राशन दुकानों में सुबह से उपभोक्ताओं की भीड़ जुट रही है…ई-केवाईसी कराने खासकर बुजुर्गों व दिव्यांगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है

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कमलेश यादव : राशन दुकानों में ई-केवाईसी कराने की अंतिम तिथि 30 जून है।ई-केवाईसी कराने उपभोक्ताओं की परेशानी कम होने का नाम नही ले रही है।खासकर बुजुर्गों व दिव्यांगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।चिलचिलाती धूप में राशन दुकानों में सुबह से उपभोक्ताओं की भीड़ जुट रही है।सर्वर काफी स्लो है।मशीनें हांफने लगी है।एक बुजुर्ग से हमने जब बात किया तो उन्होंने दर्द भरे लहजे से कहा “क्या सर्वर सर्वर करते रहते है इतनी धूप में हम सब काम धाम छोड़कर आए है”। यह सवाल लाजिमी है सरकार को ई-केवाईसी के समयसीमा को बढ़ाने की जरूरत है।

सर्वर डाउन हम अपने दैनिक जीवन में इस शब्द से काफी परिचित हो चुके है, चाहे हम किसी बैंक में जाये या किसी वेबसाईट पर कोई जानकारी जानना चाहे तो हम सर्वर डाउन जैसे समस्या से सामना हो ही जाता है लेकिन क्या अपने कभी सोचा है की सर्वर डाउन क्यों है और यह कैसे होता है।

आज सभी computer और इस तरह के सभी उपकरण server पर ही निर्भर करते है, और server problem जैसी कोई तकनीकी समस्या आने पर इन सब की कार्य प्रणाली प्रभावित होने लगती है, और हमे एक ही शब्द सुनने को मिलता है की सर्वर डाउन है। इसलिए आज हम जानेगे की सर्वर डाउन क्या है?

अगर हम server को साधारण भाषा में परिभाषित करे तो इसका मतलब होता है जो अपनी सेवा को प्रदान करता है अर्थात अपनी सर्विस देता है, उसे server कहते है, और जो भी device उस सर्वर से जुड़े होते है, उन्हें तकनिकी भाषा ने clients कहाँ जाता है।

अक्सर ऐसा हो जाता है कि जब हम किसी वेबसाइट को एक्सेस करना चाहते है, उस वक्त वह खुल नहीं पाती और हमे “server not found”, का एक मैसेज मिलता है। server problem तब होता है जब server का RAM कम होता है, या उस server पर विजिटर्स की संख्या अधिक हो जाती है तब उस परिस्थिति में सर्वर डाउन की समस्या उत्पन्न हो जाती है।

सर्वर डाउन क्यों है, इसे तकनिकी भाषा में समझे, जब कोई client-server architecture जहां server स्वयं अपने client को सेवाएं और संसाधन प्रदान करता है। यदि वह सर्वर किसी कारण से अपने client को सेवाएं प्रदान करना बंद कर देता है, तो ऐसी स्थिति को कहा जाता है कि सर्वर डाउन है, या server crash हो गया है।

Client या users जो सेवाओं के लिए server पर निर्भर रहते हैं, अगर server down या crash हो जाता है, तो यूजर्स server द्वारा दी जाने वाली उन सर्विसेज को एक्सेस नहीं कर पाते हैं और इस मामले में यूजर को आमतौर पर server not found का मैसेज प्राप्त होता है।

सर्वर क्या है?
सर्वर एक प्रकार का कंप्युटर प्रोग्राम या डिवाइस होता है, जो उससे कनेक्टेड कंप्यूटरों को डाटा प्रदान करता है। सर्वर के द्वारा किसी भी सिस्टम को स्थानीय क्षेत्र नेटवर्क (LAN) या विस्तृत क्षेत्र नेटवर्क (WAN) पर इंटरनेट के माध्यम से डाटा को प्रदान कर सकते है। सर्वर को एक प्रकार से हम Network और Computer के बीच की कड़ी मान सकते है, जो Network Resources को manage करता है।

सर्वर काम कैसे करता है?
सर्वर डाउन क्या होता है और सर्वर काम कैसे करता है यह एक टेक्नीकल विषय है, फिर भी प्रयास करेंगे इसे साधारण भाषा में समझने का, server कुछ चरणों में अपना कार्य पूरा करता है।

Server Communication  – जब आप किसी search browser में किसी वेबसाइट के URL को type करते है, जैसे- https://hindiwebbook.com तो वेब ब्राउज़र उस वेबसाइट के host server के साथ communication करता है, ताकि उस वेबसाइट के डाटा को दिखा सके।

URL Breaking  – Browser टाईप URL को तीन हिस्सो में divide करता है, पहला है protocol (HTTP) दूसरा है domain-name और तीसरा है file name

Server Convert Domain Name into IP Address – अब वेब ब्राउज़र उस वेबसाइट के डोमेन नेम को एक unique IP address में convert करता है। server पर हर वेबसाईट का एक unique IP address  होता है।

Final Result  – जब web browser और server आपस मे connect हो जाते है, तब आपकी रिक्वेस्ट को server उन सभी फाइलों को जो html डॉक्यूमेंट के रूप में स्टोर होती है, उन्हें वेब पेज में परिवर्तित कर आपको कम्प्यूटर स्क्रीन पर दिखाता है।

जैसे हमारे हमारा लैपटॉप और कंप्यूटर को बिना operating system के नही चलाया जा सकता वैसे ही server को चलाने के लिए भी हमे operating system की जरुरत होती है। server के लिए कुछ अलग तरह के operating system का प्रयोग किया जाता है जो client server model पर काम करने के लिए बनाया जाता हैं।

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