कबूतर का निश्छल प्रेम…अस्पताल में बेड पर लेटे बुजुर्ग से कोई भी परिजन मिलने नही पहुंचा…लेकिन एक कबूतर जरूर रोज आ रहा है

1099

रायपुर:-निःस्वार्थ भाव से किया हुआ हर वो काम इंसानो का ही नही पंछी का भी दिल जीत लेता है।पूरी विश्व की केवल एक ही भाषा है वो है प्यार जो हमे भाषा रंग रूप से परे होने के बावजूद एक दूसरे को मजबूत कड़ी के साथ जोड़ता है।कुछ ऐसा ही कहानी है रायपुर छत्तीसगढ़ के इस बुजुर्ग की,तबियत खराब होने से कोई भी रिश्तेदार मिलने नही आया।लेकिन कबूतर जरूर मिलने आया करता है।बहुत ही मार्मिक तस्वीर है,और सवाल उठाता है इंसानियत के रिश्ते की कैसे बुजुर्ग एकाकीपन में जीवन जीने को मजबूर हैं।

अस्पताल में बेड पर लेटे बुजुर्ग के ऊपर यह कबूतर बताता है कि उसे अपने लिए दाना लाने वाले की कितनी चिंता है। दरअसल, इन बुजुर्ग को अस्पताल में भर्ती कराया गया है लेकिन कई दिनों तक कोई भी परिजन मिलने नहीं पहुंचा। एक कबूतर जरूर रोज आ रहा है। इस सुनहरी तस्वीर को एक नर्स ने अपने कैमरे में कैद कर सोशल मीडिया पर वायरल किया है।

उनकी पड़ताल में स्पष्ट हुआ कि बुजुर्ग का घर अस्पताल के बगल में ही है। अस्पताल उस पार्क से सटा है, जहां बुजुर्ग रोज कबूतरों को दाना खिलाते थे। अब कबूतर रोज उनसे मिलने आ रहे हैं। छत्तीसगढ़ के डाक्टरों से लेकर समाजसेवी तक इस फोटो को सोशल मीडिया में पोस्ट कर रहे हैं और लोगों को बुजुर्गो की सेवा के प्रति आगाह कर रहे हैं।

रायपुर के डा. उपेंद्र त्रिवेदी ने इस फोटो को सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के बाद लोगों से आग्रह किया कि वे परिवार के बुजुर्गों की सुध लें। यह तस्वीर रायपुर के किसी अस्पताल की नहीं है, लेकिन भावुक करने वाली फोटो को लेकर लोग संवेदना प्रदर्शित कर रहे हैं। डा. त्रिवेदी ने बताया कि उनको यह तस्वीर उनके एक मित्र ने भेजी थी। सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीर पर आकाश माहेश्वरी ने कहा कि पंछी का प्रेम निश्छल होता है। योगेश सोनी ने कहा कि यह फोटो देखकर दिल भर आया। अमरजीत छाबड़ा ने कहा कि सभी को अपने परिवार के साथ-साथ आस पड़ोस के बुजुर्गो की सेहत का भी ध्यान रखना चाहिए।

Live Cricket Live Share Market