कृषि….मौसम की अनिश्चित्ताओं के चलते फसलों को काफी नुकसान होता है…मौसम की सटीक भविष्यवाणी के लिए प्रदेश में पहला डाप्लर रडार इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में स्थापित होगा

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गोपी साहू,रायपुर:खेती किसानी से जुड़े लोगों के लिए अब मौसम के पूर्वानुमान की जानकारियां सटीक विश्लेषण के साथ मिल सकेगी इसके लिए छत्तीसगढ़ में अब मौसम विज्ञान उन्नत होने जा रहा है। प्रदेश में पहला डाप्लर रडार इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में स्थापित होगा।ब्लाक स्तर पर भी अब मौसम की जानकारी मिल जाएगा इससे राज्य के सभी किसानों को खेती से जुड़े हुए मौसमी आंकड़ा उपलब्ध हो सकेगा।

मौसम पूर्वानुमान के लिए डॉप्लर राडार की स्थापना
मौसम की अनिश्चित्ताओं के चलते फसलों को काफी नुकसान होता है, जिसका असर सीधे किसानों आमदनी पर पड़ता है। ऐसे में आवश्यक है कि किसानों को मौसम की सटीक जानकारी उपलब्ध कराई जा सके जिससे किसान अपनी फसलों की रक्षा के सके।

इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर परिसर में जल्द ही मौसम का सटीक पूर्वानुमान देने हेतु लगभग 10 करोड़ रूपये की लागत से डॉप्लर राडार की स्थापना की जाएगी। इसके लिए इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय तथा भारत मौसम विज्ञान मंत्रालय, नई दिल्ली के मध्य डॉप्लर राडार की स्थापना हेतु एक अनुबंध किया गया है।

कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल ने बताया कि छत्तीसगढ़ में डॉप्लर राडार की स्थापना नहीं होने के कारण अब तक मौसम का सटीक पूर्वानुमान प्राप्त नहीं हो पाता था। डॉप्लर राडार लगने से विकासखण्ड स्तर तक मौसम की सटीक जानकारी तथा पूर्वानुमान प्राप्त होगा जिसका राज्य के 37 लाख किसानों तथा आमजनों को लाभ मिलेगा। मौसम के पूर्वानुमान के बारे में मिली जानकारी का उपयोग किसान कृषि संबंधित कार्यों में कर सकेंगे।

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के उप महानिदेशक डॉ.एम.एल. साहू ने इस अवसर पर कहा कि रायपुर में सी बैन्ड डॉप्लर राडार की स्थापना की जा रही है, जिसकी तरंग दैर्ध्य 4 से 8 गीगाबाईट होती है। इससे वातावरण में हिमकणों तथा पानी के कणों के बारे में सटीक जानकारी प्राप्त होती है। यह तूफान के आने की सटीक भविष्यवाणी भी कर सकता है। इस तरह मौसम में होने वाले आकस्मिक परिवर्तन का सही पूर्वानुमान प्राप्त होता है।

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