कमलेश यादव : प्रत्येक व्यक्ति की प्राथमिक आवश्यकताओं में से एक है “घर”।जिसमें वह अपने परिवार के साथ शांति से रहना चाहते हैं. .पहले लोग अधिकतर मिट्टी के घरों में रहते थे। वक्त बदला अब मिट्टी के घर की जगह सीमेंट से बने पक्के मकान ने ले लिया हैं।आज हम बात करेंगे श्री हेमन्त कुमार साहू जी के बारे में, जो पिछले 40 वर्षों से कंस्ट्रक्शन क्षेत्र में काम कर रहे हैं और 1000 से अधिक घर बनाकर लोगों को दे चुके हैं।वह छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले से 5 किमी की दूरी पर स्थित जंगलपुर में रहते हैं।आइए उनसे जुड़ी बातचीत के कुछ खास अंश आपके साथ साझा करते हैं।
सत्यदर्शन लाइव को उन्होंने बताया कि पहले संसाधनों की कमी थी, फिर भी लोग एक-दूसरे के साथ मिलजुल कर रहते थे।अब सब कुछ होते हुए भी लोग अकेले हो गए हैं।पिता स्वर्गीय आनंदी राम साहू ने परिवार में अनुशासन का पाठ पढ़ाया था।मैंने जो शिक्षा और कौशल हासिल किया है, उसके कारण मैं सफलता हासिल करने में सक्षम हुआ हूं।हालाँकि, कंस्ट्रक्शन कार्य हमें विरासत में मिला है।
55 वर्षीय श्री हेमन्त साहू जी कहते हैं कि अगर लगन, मेहनत और विश्वास तीनों मिल जाएं तो आपको किसी भी क्षेत्र में आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता।पहले तकनीक इतनी विकसित नहीं थी, हमें कई जगहों पर इंजीनियर का काम करना पड़ता था। लेकिन अब सुविधाओं की कोई कमी नहीं है. हर क्षेत्र के लिए एक विशेषज्ञ है. हमारे साथ काम करने वाले लगभग 10 लोग हैं जो अब अपना ठेकेदारी का काम करते हैं। लोगों को आगे बढ़ते हुए देखकर मुझे खुशी होती है।’
किसी भी परिवार का मुखिया वह धुरी होता है जिसके चारों ओर दुनिया घूमती है।अगर प्रेरणा की बात करूं तो जब भी मैं अपने पिता को कड़ी मेहनत करते देखता तो मेरे अंदर ऐसी ताकत जाग जाती कि मैं उनकी मदद कर सकूं. इसीलिए पढ़ाई पूरी करने के बाद मैंने इस काम को आगे बढ़ाया. मैंने साइकिल से कई किलोमीटर की दूरी तय की और जरूरत पड़ने पर मजदूरों के नहीं आने पर उनकी जगह काम भी किया. मैं कभी भी काम से पीछे नहीं भागा. मेरा छोटा भाई मुन्ना साहू भी बहुत मेहनत करता है.
ट्रनिंग पॉइंट
कुछ भी कहने से पहले वह अचानक रुकते हैं और भगवान का शुक्रिया अदा करते हैं और कहते हैं कि 27 जुलाई से 26 अगस्त तक कोरोना काल के दौरान मुझे जिंदगी का सही मतलब पता चला है. कोविड पॉजिटिव होने के कारण मुझे एम्स रायपुर में भर्ती कराया गया था। मैंने अपने जीवन में हमेशा लोगों की निस्वार्थ भाव से मदद की है, शायद यह उन्हीं का आशीर्वाद है कि मैं आज आपके सामने सुरक्षित मौजूद हूं।
जो कर्म करता है उसे पद और प्रतिष्ठा मिलती है, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात है एक अच्छा इंसान बने रहना। कंस्ट्रक्शन कार्य में हेमन्त साहू जी ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है।यह दूरदर्शिता से ही संभव हो सका है।हर दौर में प्रतिस्पर्धा रही है,जिसने पूरे मन से काम किया है यकीन मानिए भविष्य उसी का है जिसने ईमानदारी से काम किया है।अगर आप भी घर बनाने की सोच रहे हैं और किसी अनुभवी व्यक्ति की तलाश में हैं तो आप हेमंत साहू जी से इस नंबर 9826503635 पर संपर्क कर सकते हैं।