कमलेश यादव :गुरुद्वारा में कीर्तन की आवाज सुनाई दे रही थी । कुछ कदम की दूरी पर ही स्ट्रीट वेंडर राकेश यादव अपनी छोटी सी ठेले पर रोजमर्रा में उपयोग में आने वाली चीजें पिछले 15 सालों से बेच रहे हैं।स्ट्रीट वेंडर जीवन के ढेर सारे सबक देते हैं – लचीलेपन और दृढ़ संकल्प से लेकर स्ट्रीट-स्मार्ट और उद्यमी होने तक।भले ही हम बड़े माल सुपर मार्केट या ऑनलाइन खरीदी करें लेकिन जो अपनापन सड़क के किनारे ठेले वाले के व्यवहार में है वह कही दिखाई नही देता।छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के पुराना गुरुद्वारा के पास ही राकेश का छोटा सा ठेला “माँ गंगई पान और डेली नीड्स ” है।
सत्यदर्शन लाइव से बातचीत के दौरान राकेश यादव ने बताया कि उनके परिवार में 07 सदस्य है।परिवार की आजीविका इसी काम के भरोसे चलती है।बड़े भैया स्व. वीरू यादव के जाने के बाद सब कुछ बिखर सा गया था।इसीलिए 10 वी तक ही पढ़ाई हो पाई।हर सुबह वह, सूरज उगने से पहले उठ जाता है।और तय समय मे अपने ठेले पर पहुंच जाते है।वह हमेशा अपने ठेले पर आने वाले लोगों को सर्वोत्तम गुणवत्ता प्रदान करने का प्रयास करते है।
राकेश यादव की प्यार भरी मुस्कान और मिलनसार व्यवहार ने लोगों को उनके ठेले की ओर आकर्षित करता है।उनके ग्राहक सिर्फ बिस्किट कोल्ड ड्रिंक्स ही नहीं खरीदते वे उसके सकारात्मक ऊर्जा की ओर भी आकर्षित होते है।अपने ग्राहकों से उत्साहवर्धक बातचीत और प्रभावशाली हँसी से लोगों के दिन को खुशनुमा बनाते हैं।
“मुझे एहसास हुआ है कि एक सफल व्यवसाय चलाने का एकमात्र तरीका अपने दिल से सोचना है।ऐसा कार्य करने में समय तो लगता है हो सकता है बहुत समय लगे।लेकिन अगर आप वही कर रहे हैं जो आपका दिल आपसे करने को कहता है, तो आप वह हासिल कर लेंगे जो आपने हासिल करने के लिए निर्धारित किया है।” राकेश यादव
हमारे आस पास ऐसे कई स्ट्रीट वेंडर दृढ़ संकल्प के साथ रोजाना केवल अपने काम मे ध्यान देते है।और बड़ा सबक भी दे जाते है।सड़क किनारे छोटी सी दुकान को चलाने वाले राकेश यादव की कहानी कोई नही जानता परन्तु वह पूरे समाज के लिए रियल हीरो है।विपरीत परिस्थितियों में भी हिम्मत नही हारते हुए आगे बढ़ने का जुनून रखे हुए है।सत्यदर्शन लाइव ऐसे उद्यमियों की कार्यो की सराहना करता है।