गोपी साहू:क्रिकेट के रोमांच से पूरी दुनिया भली भांति परिचित है लेकिन आज हम बात करेंगे दिव्यांग खिलाड़ियों द्वारा खेले जाने वाले व्हील चेयर क्रिकेट के बारे में।कौन सी टीम विजेता बनी और कौन सी टीम पराजित हुई यह मायने नही रखता।इसमे शामिल होने वाले सभी खिलाड़ी अपने आपमे उत्कृष्ट प्रदर्शन किए है।हाथों में ग्लब्स और सिर पर हेलमेट बांधे व्हील चेयर में बैठकर बैट से रन बनाते खिलाड़ियों का आत्मविश्वास अलग ही झलक रहा था।सभी टीमो में एक चीज कामन था वह है उनकी हौसला और आत्मविश्वास।
छत्तीसगढ़ के संस्कारधानी राजनंदगाव में राज्य स्तरीय दिव्यांग व्हील चेयर क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। यह दो दिवसीय प्रतियोगिता 29 और 30 अक्टूबर को संपन्न हुआ है।छत्तीसगढ़ राज्य के विभिन्न जिलों के दिव्यांग खिलाड़ियों ने इस प्रतियोगिता में भाग लिए थे। इस प्रतियोगिता में कोरबा जिले की टीम ने इस प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन किया है और जिले का नाम रोशन किया है।
कोरबा जिले की टीम ने इस प्रतियोगिता में तीसरा स्थान हासिल किया है (प्रथम रायपुर और द्वितीय जांजगीर चांपा की टीम)टूर्नामेंट में बेस्ट बॉलर का खिताब कोरबा टीम के उप कप्तान पन्ना लाल बांधे को मिला है जिसने एक ही मैच में 3 विकेट लेकर अपनी टीम को जीत दिलाने में मदद किए थे।
कोरबा टीम के कप्तान लक्की सोनी ने 2 मैचों में लगातार दो अर्धशतक (50 और 78 रन) बनाए हैं और अपनी टीम की जीत को पक्की की है।
यह अद्भुत तरीके से खेला जाने वाला क्रिकेट प्रतियोगिता है जिनमें केवल दिव्यांग व्यक्ति ही प्रतिभागी हो सकते हैं।इस खेल के नियम आईपीएल तथा अंतराष्टीय क्रिकेट के नियम जैसे ही होते है और यह व्हीलचेयर क्रिकेट ड्यूस बॉल से खेला जाता है।
दिव्यांग व्हीलचेयर क्रिकेट जिला कोरबा के कोच विकाश कुमार चौहान के कुशल मार्गदर्शन में टीम ने बेहतर प्रदर्शन किया है।
इस टीम के प्रतिभाशाली खिलाड़ी है
लक्की सोनी (कैप्टन) , पन्नालाल बांधे, (उप कप्तान) , गौरीशंकर , होरी लाल यादव , समेलाल ,लहा राम, केशव चौहान , दिनेश यादव , दिलदार कंवर , आशोक साहू , संजय सिंह आदि शामिल थे।इस राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में जिन खिलाड़ियों का प्रदर्शन बेहतर होता है उन्हें राष्ट्रीय दिव्यांग व्हीलचेयर क्रिकेट प्रतियोगिता में भाग लेने का अवसर प्राप्त होता है।