राजनांदगांव:-मजहब नही सिखाता आपस मे बैर रखना,हिंदी है हम वतन है,हिन्दोस्ताँ हमारा,कितनी शानदार पंक्तियां लिखी गई है मो. इकबाल द्वारा।ऐसे ही 3 दोस्तो की कहानी आपको बताने जा रहे है,जो सबसे पहले इस दुनिया मे अपने आपको इंसान समझते है।जिन्होंने जाति-धर्म से परे होकर रक्तदान के लिए वनांचल क्षेत्र में एक मुहिम शुरू किए है।राजनांदगांव जिले के डोंगरगांव क्षेत्र से 3 दोस्त,शिव साहू,राम पटेल,हरिराम साहू।ग्रामीण क्षेत्रो में मरीजो को रक्त के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता था,तीनो ने मिलकर लोगो की मदद के लिए रक्तदान के लिए खुद आगे आये और औरों को भी प्रेरित किया जिसका परिणाम ये रहा वनांचल क्षेत्र के 4000 से भी अधिक मरीजो को इसका लाभ मिल चुका है।
गांवों में लगाते है शिविर
ग्रामीण क्षेत्रो में शिविर लगाकर भी लोगो को जागरूक किया जाता है सोशल मीडिया में बहुत सारे लोगो का सहयोग मिल रहा है।व्हाट्सएप ग्रुप से भी मदद का अपील किया जाता है।ज्यादातर शिक्षक इस ग्रुप से जुड़े हुए है।घुघवा साल्हे, बड़भूम, रुदगांव, कुमरदा, बरारमुंडी,खुज्जी,सांकरीपार में शिविर लगा चुके है।रक्तदान के लिए हेल्पलाइन नम्बर 7389341205 में सम्पर्क किया जा सकता है ताकि जरूरतमंदों को रक्त समय मे मिल सके।
रक्तदान जीवनदान है। हमारे द्वारा किया गया रक्तदान कई जिंदगियों को बचाता है। इस बात का अहसास हमें तब होता है जब हमारा कोई अपना रक्त के लिए जिंदगी और मौत के बीच जूझता है। उस वक्त हम नींद से जागते हैं और उसे बचाने के लिए रक्त के इंतजाम की जद्दोजहद करते हैं।
अनायास दुर्घटना या बीमारी का शिकार हममें से कोई भी हो सकता है। आज हम सभी शिक्षित व सभ्य समाज के नागरिक है, जो केवल अपनी नहीं बल्कि दूसरों की भलाई के लिए भी सोचते हैं तो क्यों नहीं हम रक्तदान के पुनीत कार्य में अपना सहयोग प्रदान करें और लोगों को जीवनदान दें।
कौन कर सकता है रक्तदान :
* कोई भी स्वस्थ व्यक्ति जिसकी आयु 18 से 68 वर्ष के बीच हो।
* जिसका वजन 45 किलोग्राम से अधिक हो।
* जिसके रक्त में हिमोग्लोबिन का प्रतिशत 12 प्रतिशत से अधिक हो।
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