समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को सर्वोत्तम चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने के लिए डॉ. आशीष शुक्ला ने क्लिनिक स्थापित किया है…डॉक्टर साहब की इस क्लीनिक की खास बात यह है कि गरीब मरीजों के लिए यहां चिकित्सकीय परामर्श पिछले 15 सालों से निःशुल्क हैं

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कमलेश यादव,रायपुर:दवा और दुआ का अनोखा संगम देखना है तो हम आपको लेकर चलते है छत्तीसगढ़ के रायपुर में डॉ.आशीष शुक्ला के पास जिन्होंने पिछले 15 सालों से गरीब मरीजों के लिए निःशुल्क चिकित्सा परामर्श दे रहे है।कहते है इस दुनिया में तीन भगवान होते है,मां जो जन्म देती है,पिता जो जीना सिखाता है,और तीसरा होता है चिकित्सक जो सबकी जान बचाता है।लॉकडाउन और महामारी की वजह से भले ही बहुत सारे डॉक्टरों ने फीस बढ़ा दी हो। लेकिन इसी समाज में ऐसी भी डॉक्टर है जो निःस्वार्थ भाव से मरीजों के सेवा में लगे हुए है।

डाक्टर आशीष शुक्ला आयुर्वेद के काफी अच्छे जानकार है अब तक हजारो मरीजों को कठिन असाध्य रोगों से निजात दिला चुके है।वे मानते है डॉक्टरों का डॉक्टर वह ईश्वर है सब कुछ करने वाला केवल वही है मैं तो केवल निमित्त मात्र हूं।आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति भारत की अति प्राचीन विधा है।डॉक्टर आशीष शुक्ला ने अपनी क्लीनिक ऐसी जगह खोली है जहां लोगों की आर्थिक स्थिति थोड़ा सामान्य है। ताकि सस्ते इलाज का फायदा ज्यादा से ज्यादा लोग ले सकें।

मरीजों के लिए भगवान से कम नहीं
डॉ. आशीष शुक्ला आयुर्वेद चिकित्सा विशेषज्ञ एवं जनरल प्रेक्टिशनर हैं। वे सभी नॉर्मल बीमारियों का इलाज करते हैं। इनकी क्लिनिक में हर दिन काफी लंबी भीड़ रहती है। जो मौसम के अनुसार बढ़ती-घटती रहती है।बदलते वक्त के साथ इलाज काफी महंगा हो गया है ऐसे में समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को सर्वोत्तम चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने के लिए डॉ. शुक्ला ने रायपुर के अमलीडीह में एक निजी क्लिनिक स्थापित किया है। डॉक्टर शुक्ला की इस क्लीनिक की खास बात यह है कि गरीब मरीजों के लिए यहां चिकित्सकीय परामर्श के लिए कोई शुल्क नही लिया जाता है।

ठीक होने वाले मरीजों से मिलता है प्रोत्साहन
डॉ.शुक्ला सत्यदर्शन लाइव को बताया कि मिर्गी बीमारी से जूझ रहे मरीज का इलाज किया कुछ दिन के बाद वह स्वस्थ होकर अपने घर हँसते हुए लौटा ऐसे हजारो उदाहरण है।डॉ.शुक्ला का कहना है लोगो की चेहरे पर मुस्कान लाकर खुशी महसूस होती है।असल मे यह सभी मुझे प्रोत्साहित करते हैं। यहां के ज्यादातर मरीज कुपोषण और कमजोरी से पीड़ित हैं।मरीजों के लिए बेहतर चिकित्सा सुविधा मिल सके इसके लिए दिन रात एक करके सेवा में लगे रहते हैं।

मरीजों ने कहा,सचमुच डॉक्टर हैं धरती के भगवान
स्वस्थ्य होकर लौटे पांडे जी ने बताया कि डॉक्टर बहुत ही अच्छे व्यक्ति है।थायराइड के समस्या से राहत मिला है।डाक्टर साहब रात में भी मदद के लिए तत्पर रहते है।वही मुखर्जी जी ने सत्यदर्शनलाइव को बताया कि डाक्टर साहब के चिकित्सा से पूरे परिवार लाभान्वित हुए है।हमने भगवान को देखा नहीं है लेकिन धरती के भगवान मेरे डॉक्टर साहब है।

हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ में कहा कि हर भारतवासी को इस पर गर्व है और दुनिया भर में लाखों लोग आयुर्वेद का लाभ उठा रहे हैं। उन्होंने बताया कि ब्रिटेन के प्रिंस चार्ल्स भी आयुर्वेद के बड़े प्रशंसक है और हर मुलाकात में इसका जिक्र करते हैं। साथ ही उन्हें भारत के आयुर्वेदिक संस्थानों की भी जानकारी है।

डॉ. आशीष शुक्ला जैसे लोग वाकई मिसाल हैं। आखिर न कोई फीस और न कोई अपॉइंटमेंट का झंझट! निजी स्वास्थ्य सेवाओं की मोटी फीस और स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव के बीच अगर कोई शख्स लोगों का मुफ्त में इलाज करे और दवा भी फ्री में दे तो लोग क्यों न उन्हें सर-आँखों पर बैठाएं। डॉ. शुक्ला को दिल से सलाम।

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