जियोमार्ट को 2022 में जियो मोबाइल प्रीपेड रिचार्ज के साथ वॉट्सऐप पर रोल आउट किया जाएगा। बुधवार को फ्यूल फॉर इंडिया इवेंट के दौरान, रिलायंस जियो के स्ट्रेटजी हेड और डायरेक्टर आकाश अंबानी ने कहा कि जियो मोबाइल प्रीपेड रिचार्ज 2022 में वॉट्सऐप पर ही मिलने लगेगा। उन्होंने कहा कि वॉट्सऐप ऑन-द-गो रिचार्ज कस्टमर्स के लिए सर्विस लाएगा। वॉट्सऐप बेहद सरल और यूज करने में आसान है, इसलिए सप्लाई के लिए ऑर्डर करते समय किसी तरह का बैरियर नहीं होगा।
वहीं रिलायंस रिटेल और जियो प्लेटफॉर्म्स की डायरेक्टर ईशा अंबानी ने कहा कि महामारी की वजह से छोटी दुकानों, रिटेलर्स और छोटे बिजनेस को अपने फिजिकल ब्रिक और मोटर स्टोर को डिजिटल स्टोर के रूप में बदलने की जरूरत है। वह इन बिजनेस का सपोर्ट करके रिलायंस के लिए अपने ग्राहकों के साथ ऑनलाइन डिजिटल कनेक्शन बनाना चाहते हैं।
महामारी की वजह से दुकानों को डिजिटल स्टोरफ्रंट में बदलने की जरूरत
रिलायंस रिटेल और जियो प्लेटफॉर्म्स की डायरेक्टर ईशा अंबानी ने कहा कि महामारी इस फैक्ट को सामने ले आई है कि छोटी बिजनेस शॉप्स, रिटेल सेलर्स और छोटे बिजनेस को अपनी फिजिकल दुकान और मोर्टार स्टोर को डिजिटल स्टोरफ्रंट में बदलने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इस तरह के बिजनेस का सपोर्ट करना रिलायंस के लिए न केवल अपने कस्टमर्स के साथ ऑनलाइन एक डिजिटल कनेक्शन बनाने के लिए, बल्कि बहुत ही डिजिटल-कॉमर्स सॉल्यूशन को जल्दी डेवलप करने के लिए भी जरूरी था।
कोई मिनिमम ऑर्डर वैल्यू नहीं है और फ्री डिलीवरी भी मिलेगी
इस नवंबर की शुरुआत में, कुछ जियो यूजर्स को 90-सेकंड के ट्यूटोरियल और कैटलॉग के साथ वॉट्सऐप शॉपिंग इनवाइट मिले हैं। रिपोर्ट्स में कहा गया है कि कोई मिनिमम ऑर्डर वैल्यू नहीं है और डिलीवरी फ्री है। स्टोर में फल, सब्जियां, अनाज, टूथपेस्ट और पनीर पनीर और बेसन जैसे खाना पकाने के स्टैपल उपलब्ध हैं। ग्राहक ऐप के अंदर अपनी शॉपिंग बास्केट भर सकते हैं और अपने ऑर्डर डिलीवरी के समय या तो जियो के जरिए या कैश में पेमेंट कर सकते हैं। भारतीय यूजर नए टैप और चैट ऑप्शन के जरिए वॉट्सऐप का इस्तेमाल करके जियो मार्ट ऑर्डर दे सकते हैं
रिलायंस और फेसबुक ने अप्रैल 2020 में पार्टनरशिप की। फेसबुक ने रिलायंस इंडस्ट्रीज की डिजिटल इकाई जियो प्लेटफॉर्म्स में 5.7 अरब डॉलर में 9.9 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी। अंबानी ने तब कहा था कि जियो मार्ट और वॉट्सऐप लगभग 3 करोड़ छोटी भारतीय किराना दुकानों को डिजिटल रूप से लेनदेन करने के लिए मजबूत बनाएंगे